अघोषित लोडशेडिंग बंद कराने की मांग को लेकर किसानों ने दिया धरना
गड़चिरोली अघोषित लोडशेडिंग बंद कराने की मांग को लेकर किसानों ने दिया धरना
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली) । अगस्त और सितंबर माह में हुई अतिवृष्टि के कारण धान की फसल बर्बाद होने के बाद किसानों ने अपने खेतों में मिर्च, कपास, सोयाबीन समेत विभिन्न प्रकार की सब्जियों की फसलें उगाई हैं। लेकिन बिजली वितरण कंपनी द्वारा पिछले कुछ दिनों से लगातार 18 घंटे की लोड़शेडिंग शुरू किये जाने से किसानों की यह फसलें भी नष्ट होने की कगार पर आ पहुंची है। इस कारण संतप्त तहसील के 6 गांवों के किसानों ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय पहुंचकर बिजली विभाग के कार्यालय पर धरना आंदोलन किया। इस समय विभाग के उपकार्यकारी अभियंता को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
ज्ञापन में किसानों ने बताया कि, तहसील के मेडाराम, नारायणपुर, सूर्यापल्ली, नंदीगांव, लक्ष्मीपुर और अमरावती गांव के किसानों ने इस वर्ष धान की फसल नष्ट होने के बाद विभिन्न प्रकार की फसलें अपने खेतों में उगायी है। वर्तमान में बारिश पूरी तरह थम जाने से फसलों को सिंचाई की आवश्यकता है। किसानों के पास कुआं, हैंडपंप और तालाब मौजूद हैं। लेकिन बिजली विभाग द्वारा पिछले कुछ दिनों से लगातार 18 घंटों की लोडशेडिंग की जा रही है। रात के समय केवल 6 घंटे तक बिजली शुरू की जाती है। लेकिन वन्यजीवों के भय के चलते किसान अपने खेतों में पहुंचकर फसलों को सिंचित नहीं कर पा रहे हंै।
तहसील के अन्य गांवों में किसी तरह की लोडशेडिंग अब तक शुरू नहीं की गयी है।लेकिन उक्त 6 गांवों में लोडशेडिंग शुरू करने से किसानों की यह फसलें भी अब नष्ट होने की कगार पर आ पहुंची है। अघोषित लोडशेडिंग तत्काल बंद कर नारायणपुर गांव में सबस्टेशन निर्माण करना, 11 केवी बिजली लाइन की मरम्मत करना आदि मांगों को लेकर किसानों ने धरना आंदोलन किया। आंदोलन में व्यंकटेश पोचम ताल्ला, नागराजू इंगिली, संपत कंडकरी, मलय्या पांते, अशोक इंगिली, संपत स्वामी, नागेश इंगिली, प्रशांत चेम्मकारी, चंद्रशेखर शिवनारायण समेत 6 गांवों के सैकड़ों किसान उपस्थित थे।