PICS: सरकार के सफाई अभियान की किसान आंदोलन में उड़ी धज्जियां, खुद के खर्चें पर सफाई कर रहे पंजाब के अन्नदाता
PICS: सरकार के सफाई अभियान की किसान आंदोलन में उड़ी धज्जियां, खुद के खर्चें पर सफाई कर रहे पंजाब के अन्नदाता
डिजिटल डेस्क ( भोपाल)। केंद्र सरकार पिछले कई सालों से सफाई अभियान पर करोड़ो रुपए खर्च कर रही हैं, लेकिन सिंघु बॉर्डर में बारिश के कारण इकठ्ठा हुए कीचड़ की सफाई करने के लिए सरकार की तरफ से कोई पहल नहीं की गई है। यहां पर पंजाब से आए "पंजाब यूथ फोर्स" के कार्यकर्ता पिछले 3 दिन से यहां सफाई कर रहे हैं। एक कार्यकर्ता ने बताया, "हम अपने पैसों से किराए पर कीचड़ साफ करने वाली गाड़ी लाए हैं। हमारे 25 कार्यकर्ता यहां पर काम कर रहे हैं।"
वहीं, किसानों की सरकार से 8वें दौर की बातचीत के बाद भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि 8 जनवरी को वार्ता पूरी तरह से विफल रही। सरकार और किसान दोनों के बीच कोई सहमति नहीं बनी। अब 15 जनवरी को फिर से बैठक होनी है। ये आंदोलन लंबा चलेगा क्योंकि सरकार कानून वापस लेने को तैयार नहीं और किसान घर वापसी के लिए तैयार नहीं।
कृषि कानूनों के खिलाफ सिंघु बॉर्डर पर किसानों का विरोध-प्रदर्शन आज 45वें दिन भी जारी है। एक प्रदर्शनकारी ने बताया, "शुक्रवार की बैठक भी विफल रही और 15 जनवरी को जो बैठक होने वाली है उसमें भी कोई समाधान नहीं निकलेगा और जब तक ये 3 कानून रद्द नहीं होते तब तक हम यहां से वापस नहीं जाएंगे।"
इधर, किसान आंदोलन में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। यही वजह है कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर मार्च में भाग लेने के लिए अमृतसर में कुछ महिलाएं ट्रैक्टर चलाने का अभ्यास कर रही हैं। एक महिला हरमनदीप कौर ने बताया, "हमें बताया गया है कि 26 जनवरी को परेड में ट्रैक्टर मार्च निकालना है, इसलिए हम ट्रैक्टर चलाने का अभ्यास कर रहे हैं।"