मुंजालगोंदी के किसानों को मिलेगा नुकसान का मुआवजा
हाथियों ने किया सब कुछ तहस-नहस मुंजालगोंदी के किसानों को मिलेगा नुकसान का मुआवजा
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। महाराष्ट्र राज्य में जंगली हाथियों का अधिवास नहीं है लेकिन अन्य राज्यों से महाराष्ट्र में दाखिल हुए जंगली हाथियों द्वारा किसानों की फसलें और घरों का नुकसान होने पर मुआवजा देने का परिपत्रक राज्य सरकार ने जारी किया है। इसके पहले जंगली हाथियों द्वारा नुकसान होने पर मुआवजा देने का शासनादेश जारी नहीं किया गया था। इस कारण नुकसानग्रस्तों द्वारा वनविभाग पर रोष व्यक्त किया जाने की आशंका बनी रहती थी। इसका संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने नुकसानग्रस्तों को मुआवजा देने का आदेश जारी किया है।
बता दें कि, ओड़िसा राज्य से छत्तीसगढ़ मार्ग होते हुए गड़चिरोली के धानोरा तहसील के मुरूमगांव वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले मुंजालगोंदी समेत अन्य गांवों में दाखिल हुए जंगली हाथियों ने उत्पात मचाते हुए फसलों का नुकसान किया था। वहीं कुछ घरों काे ध्वस्त किया था। इस नुकसान का किसानों को मुआवजा देने का आदेश राज्य सरकार की ओर से निकाला गया है। इस आदेश से मुंजालगोंदी के नुकसानग्रस्त किसानों को वित्तिय लाभ मिलने की संभावना है।
धानोरा तहसील के गांवों में दाखिल हुए जंगली हाथियों पर नजर रखने के लिए वनविभाग की टीम इस क्षेत्र में दाखिल हुई थी। तो एक टीम ने जंगली हाथियों द्वारा नुकसान हुए फसलों व घरों का वनविभाग की ओर से पंचनामा किया गया था। इस घटना के बाद नुकसानग्रस्त किसानों को मुआवजा मिलने की मांग नागरिकों द्वारा की गई थी। इसका संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार ने मुआवजा देने का आदेश जारी किया है। यहां बता दें कि, राज्य में जंगली हाथियों का अधिवास नहीं हैं। बावजूद इसके ओड़िसा राज्य से भटके हुए हाथियों ने छत्तीसगढ़ मार्ग होते हुए गड़चिरोली के धानोरा तहसील में दाखिल होकर उत्पात मचाया था। इस जंगली हाथियों के झुंड ने किसानों की फसल समेत घरों का काफी नुकसान किया था। जंगली हाथियों के उत्पात से तंग आकर गांव में दाखिल ना हो इसलिए ग्रामीणों ने रात जागकर हाथियों को खदेड़ने के लिए गांवों के चारों ओर लकड़ियों को आग लगाकर रात गुजारी थी।