धान बिक्री पंजीयन के लिए सारी रात जाग रहे किसान

फसल का नहीं मिल रहा सही दाम धान बिक्री पंजीयन के लिए सारी रात जाग रहे किसान

Bhaskar Hindi
Update: 2023-04-27 09:14 GMT
धान बिक्री पंजीयन के लिए सारी रात जाग रहे किसान

डिजिटल डेस्क, नागभीड (चंद्रपुर)।  नागभीड़ तहसील के सावरगांव स्थित आदिवासी सेवा सहकारी सोसायटी में ग्रीष्मकालीन धान  पंजीयन के लिए किसानों को पूरी रात जागकर बितानी पड़ रही है। शासन और स्थानीय संस्था की गलत नीतियों की वजह से किसानों को  परेशानी होने का आरोप किसानों ने किया है। नागभीड़ तहसील के किसान बड़े पैमाने पर धान का उत्पादन लेते हैं। सावरगांव क्षेत्र इसमें अग्रणी है।  किसानों को फसल के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती है। उचित पैदावार के बावजूद सरकार की गलत नीति के कारण किसानों को फसल का सही दाम नहीं मिलता है। इसके बावजूद किसानों का कोई वाली नहीं है। महज चुनाव के समय पर सभी लोग आश्वासन देते है, किंतु जब किसानों को आवश्यकता है तो उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। नतीजा पंजीयन के लिए रतजगा करना पड़ रहा है।

आदिवासी सेवा सहकारी संस्था सावरगांव में कार्यरत है। सोसायटी अंतर्गत सावरगांव, चिखलगांव, मेंढा और चारगांव आते हंै।  सभी गांव के किसानों ने सरकार पर निर्भर रहने की बजाय निजी खर्चे से बोरवेल की व्यवस्था कर फसल की पैदावार बढ़ाकर अपनी आर्थिक स्थिति सक्षम करने का प्रयास किया है। किंतु सरकार और संस्था की गलत नीतियों की वजह से किसानों को मानसिक परेशानी झेलनी पड़ रही है। नागभीड़ तहसील के अन्य सोसाइटी ने सातबारा आनलाइन पंजीयन कर लिए हंै। किंतु सावरगांव सोसाइटी की गलत नीतियों की वजह से आनलाइन पंजीयन नहीं हो पा रह हैं। इसकी वजह से किसानों रात भर जागना पड़ रहा है। 24 अप्रैल को गांव में मुनादी करायी गई और उस रात से किसान आनलाइन पंजीयन के लिए संस्था में कतार से बैठकर रतजगा कर रहे हैं।


 

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