किसान आंदोलन : विदर्भ में जगह-जगह रास्ता रोको, नाशिक के चांदोरी चौफुली पर चक्का जाम
किसान आंदोलन : विदर्भ में जगह-जगह रास्ता रोको, नाशिक के चांदोरी चौफुली पर चक्का जाम
डिजिटल डेस्क, नाशिक । किसान विरोधी कानून के खिलाफ दिल्ली में शुरू किसान आंदोलन के समर्थन में देशभर में चक्का जाम आंदोलन किया गया। राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में आंदोलन के समर्थन में चक्काजाम किया गया। नाशिक के चांदोरी चौराहे पर किए गए आंदोलन में किसान सभा के राज्य सचिव कॉमरेड राजू देसले, शिवाजी मोरे आदि प्रमुख रूप से शामिल हुए। सुबह 10 बजे के आसपास निफाड तहसील के चांदोरी चौराहे पर चक्काजाम आंदोलन किया गया। जिससे नाशिक- औरंगाबाद महामार्ग पर यातायात जाम हुआ। दिल्ली में शुरू किसान आंदोलन को समाप्त करने के लिये दबाव बनाने की बात कही।
कहा कि, चारों तरफ सीमा पर दलबल तैनात किया गया है। आंदोलन स्थल का सत्य लोगों से छुपाने के लिये इंटरनेट सेवा बंद की गई है। सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार किया गया। पत्रकारों को जेल में ठूंसा जा रहा है। आंदोलन में शामिल होने के लिये जानेवाले किसानों को रास्ते पर दबोचा जा रहा है। रेलवे नियोजित मार्ग से अन्य रास्ते से चलाई जा रही है। आंदोलनकर्ताओं को भोजन से दूर रखने के लिये बिजली खंडित की जा रही है। आंदोलन का समर्थन करते हुए सरकारी रवैये की निंदा की गई।
किसानों के समर्थन में भुसावल में रास्ता रोको आंदोलन
किसानों के समर्थन में भुसावल में भी रास्ता रोको आंदोलन किया गया। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 6 नाहटा चौफुली मार्ग पर रास्ता रोको आंदोलन किया गया । जगन सोनवणे, एसोसिएशन के अध्यक्ष, पुष्पा सोनवणे, पार्षद, राकेश बागान, पीआरपी उत्तर महाराष्ट्र के अध्यक्ष, हरेश उबाले, राजेश मोरे, विशाल पवार, मनोहर पवार, शगीर शाह, अविनाश गुप्ता, मयूर पांडव, अनिल सुर्वे, राजेश इंगले और अन्य ने आंदोलन में भाग लिया।
किसानों के समर्थन में विदर्भ में जगह-जगह रास्ता रोको
अमरावती, वर्धा, यवतमाल, चंद्रपुर, गड़चिरोली, गोंदिया : कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में जारी किसानों के आंदोलन के समर्थन में विदर्भ में शनिवार को विभिन्न किसान संगठनों ने जगह-जगह रास्ता रोको आंदोलन कर आवागमन रोक दिया। अमरावती में किसान संघर्ष समन्वय समिति के सैंकड़ों कार्यकर्ताओं ने शनिवार को नागपुर महामार्ग पर स्थित रहाटगांव चौकी के पास रास्ता रोको आंदोलन कर केंद्र सरकार केे विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। तिवसा में भी अखिल भारतीय किसान सभा, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन की तरफ से पेट्रोल पंप चौक पर चक्काजाम आंदोलन किया गया। इसी प्रकार दर्यापुर में भी संयुक्त किसान मोर्चा ने तहसील कार्यालय के सामने चक्काजाम आंदोलन किया।
वर्धा में किसान आंदोलन समिति ने पवनार चौक में चक्काजाम आंदोलन किया। आंदोलन के दौरान नागपुर- तुलजापुर हाईवे पर वाहनों की कतार लग गई थी। यवतमाल जिले में वणी, पुसद, पांढरकवड़ा, महागांव, मारेगांव में जगह-जगह चक्काजाम कर रास्ता रोका गया। चंद्रपुर जिले के वेकोलि संगठनों ने राजुरा में किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए अपने-अपने खदान क्षेत्र के प्रवेश द्वार पर नुक्कड़ सभाएं आयोजित कर केंद्र सरकार के प्रति रोष प्रकट किया। आईटक, इंटक, सीटू, एचएमएस नामक ४ कामगार संगठनों ने आंदोलन में हिस्सा लिया। गड़चिरोली के आरमोरी में भी चक्काजाम आंदोलन हुआ। गोंदिया में संयुक्त किसान मोर्चा और किसान ब्रिगेड ने सालेकसा और आमगांव में आंदोलन कर केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई।