निराश न हो फेल होने वाले छात्र, जल्द होगी परीक्षाः शिक्षामंत्री तावडे
निराश न हो फेल होने वाले छात्र, जल्द होगी परीक्षाः शिक्षामंत्री तावडे
डिजिटल डेस्क,नागपुर। राज्य के शिक्षा मंत्री विनोद तावडे ने कक्षा दसवीं में अनुतीर्ण हुए विद्यार्थियों को धीरज बंधाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे विद्यार्थियों को निराश होने की जरुरत नहीं है जल्द ही फिर से महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा दसवीं की परीक्षा ली जाएगी। शनिवार को दसवीं के परीक्षा परिणाम आने के बाद शिक्षामंत्री ने कहा कि यदि बच्चे एक महीने मेहनत से पढ़ाई करें तो वह इस परीक्षा में सफल हो सकते हैं। इसके अलावा विद्यार्थी कौशल्य विकास के तहत राज्य सरकार की ओर से शुरु किए गए पाठ्यक्रमों का भी लाभ ले सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों में विद्यार्थियों की प्रतिभा के हिसाब से उन्हें पढ़ाया जाता है।
कम पास हुए 12.31 फीसदी बच्चे
गत वर्ष की तुलना में इस साल कक्षा 10 वीं की परीक्षा 12.31 प्रतिशत कम आया है। इस पर श्री तावडे ने कहा कि कम अंक आने का सीधा मतलब है कि इस बार ज्यादा अंक पाने वालों की होड़ कम हो गई है। पहले दसवीं में विद्यार्थियों के मूल्यांकन के आधार पर 20 अंक दिए जाते थे लेकिन पिछले साल से यह अंक देने की परंपरा खत्म कर दी गई है। साल 2008 में यह परंपरा शुुरु हुई थी जो 2018 तक जारी था।
तावडे ने कहा कि इस बार ओवर आल परीक्षा परिणाम में कमी आने से अभिभावकों की चिंता स्वभाविक है। कई शिक्षाविदों ने मुझसे इस बारे में चर्चा की है लेकिन परीक्षा में असफल हुए विद्यार्थियों को निराश होने की जरुरत नहीं है। जहां तक बात दूसरे परीक्षा बोर्ड की है तो महाराष्ट्र शिक्षा बोर्ड के विद्यार्थियों की तुलना में वहां पर विद्यार्थियों की संख्या काफी कम है। जो विद्यार्थी पास हुए उन्हें अच्छे अंक के आधार पर सिर्फ कक्षा 11 वीं में प्रवेश लेना है फिर डिग्री लेनी है, इस सोच से आगे बढ़ने की बजाय अपने अंको के आधार पर पाठ्यक्रम व कैरियर का चयन करना चाहिए जो उन्हें सफलता दिला सकता है। इसके अलावा असफल विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा में शामिल होने के लिए शुभकामना देते हुए श्री तावडे ने कहा कि मेहनत करके विद्यार्थी आगे बढ सकते हैं और कैरियर के अपने मनचाहे मुकाम तक पहुंच सकते हैं।