ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीन लेने वालों का प्रमाण काफी कम, 2 लाख लोग दूसरा डोज लेने ही नहीं आए

लापरवाही ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीन लेने वालों का प्रमाण काफी कम, 2 लाख लोग दूसरा डोज लेने ही नहीं आए

Bhaskar Hindi
Update: 2021-09-27 04:17 GMT
ग्रामीण क्षेत्र में वैक्सीन लेने वालों का प्रमाण काफी कम, 2 लाख लोग दूसरा डोज लेने ही नहीं आए

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जिले में कोविड मरीजों की संख्या अब इकाई से दहाईं में पहुंच गई है। लिहाजा, वैक्सीनेशन का लक्ष्य पूरा करने पर पूरा ध्यान है। दोनों डोज लेने वालों का लक्ष्य पूरा करने को प्राथमिकता दी जा रही है। ग्रामीण में करीब 2 लाख ऐसे लोगों की सूची तैयार की गई है, जो पहला डोज लेने के बाद दूसरा डोज लेने आए ही नहीं। 

लगातार फोन लगा रहे
ग्रामीण में शुरुआत से ही टीका लेने वालों की संख्या कम रही है। जागरुकता अभियान और घर-घर टीका देने की मुहिम के माध्यम से धीरे-धीरे लोगों को प्रोत्साहित किया गया। अब ग्रामीण में करीब 80 प्रतिशत लोगों को टीका लग चुका है। इसमें से 25 प्रतिशत अधिक लोगों को दोनों डोज लग चुके हैं। प्रशासन दूसरा डोज लेने वालों के प्रतिशत को बढ़ाने में लगा हुआ है। इसके लिए अधिकारियों ने पोर्टल पर उन लोगों की तलाश शुरू की, जिन्होंने समय होने के बाद भी दूसरा डोज नहीं लिया है। सूची खंगालने पर ऐसे 2 लाख लोगों की पहचान हुई। अब प्रशासन फोन कर इन लोगों को वैक्सीन लेने के लिए बुला रहा है। इसके लिए आशा कार्यकर्ता और आंगवाड़ी के कार्यकर्ताओं को काम दिया गया है।

डाटा ही अपलोड नहीं 
 प्रशासन ने जिन 2 लाख लोगों की सूची तैयार की है। इसमें कुछ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों डोज ले लिए हैं। दरअसल शुरुआत में ग्रामीण में टीकाकरण केंद्र शुरू होने के कारण शहरी लोगों ने पहला टीका ग्रामीण और दूसरा शहर में ले लिया। इसके कारण उनका डाटा नहीं था। इसलिए इस डाटा को भी अपडेट किया जा रहा है। इसके साथ ही  दूसरे डोज के लिए नहीं आने वाले लोगों से बात करने पर कुछ लोग बिना बात किए फोन भी रख रहे हैं। कुछ लगाने के लिए आने की बात कहते हैं। टीकाकरण के लिए हर पीएचसी केंद्र के क्षेत्र के अंतर्गत दाे टीकाकरण केंद्र बनाए गए हैं। इसके अलावा अन्य आंंगनवाड़ी केंद्र और ग्रामीण अस्पतालों में भी टीका लगाया जा रहा है।

वैक्सीन शीघ्र लेना जरूरी
ग्रामीण में दूसरे डोज लेने वाले करीब 2 लाख लोगों की सूची तैयार की गई है और उन्हें फोन कर टीका लेने के लिए बुलाया जा रहा है। आह्वान किया गया है कि जिसका भी दूसरा डोज बचा है या फिर पहला डोज भी नहीं लिया है, वह जल्द से जल्द केंद्र पर आकर टीका लें, क्योंकि इस बीमारी का एकमात्र इलाज टीकाकरण ही है।
डॉ. दीपक सेलोकर, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला परिषद, नागपुर

ग्रामीण अंचल में टीकाकरण का प्रमाण काफी कम
रविवार को जिले में कुल 15265 लोगों ने टीके लगवाए। इनमें शहर के 14203 और ग्रामीण के 1062 लोगों का समावेश है। शहर में पहला डोज लेनेवालों की संख्या 6659 है। इनमें 18 से 44 आयु वर्ग वाले 5458 लोग शामिल थे। ग्रामीण में 1062 लोगों को टीके लगाए। ग्रामीण क्षेत्र में पहला डोज लेनेवालों की संख्या 491 और दूसरा डोज लेनेवालों की संख्या 571 रही।

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