ग्राम सभा में सभी ने कहा- ‘नहीं होने देंगे रेत घाट की नीलामी’
प्रतिनिधि लेंगे फैसला ग्राम सभा में सभी ने कहा- ‘नहीं होने देंगे रेत घाट की नीलामी’
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली । राज्य सरकार के खनिकर्म विभाग के जरिए वर्ष 2022-23 और आगामी तीन वर्ष के लिए रेत घाट की नीलामी प्रक्रिया को पुलखल ग्रामसभा ने नामंजूर कर दी है। विशेष ग्रामसभा के दौरान पदाधिकारियों ने वैनगंगा नदी में आयोजित नीलामी प्रक्रिया को रद्द करने का प्रस्ताव पारित किया है। साथ ही नदी की रेत ग्रामीणों के निजी उपयोग और ग्रामसभा द्वारा इसकी बिक्री करने का निर्णय भी इस समय लिया गया। सरकार और प्रशासन द्वारा इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं प्रदान की गयी तो सरकारी फैसले के खिलाफ संघर्ष करने का फैसला भी ग्रामसभा प्रतिनिधियों ने लिया।
ग्रामसभा में यह प्रस्ताव समूचे ग्रामीणों की मौजूदगी में लिया गया। बता दें कि, हर वर्ष जिला प्रशासन के खनिकर्म विभाग द्वारा जिलेभर में विभिन्न रेत घाट की नीलामी की जाती है। पिछले तीन वर्ष से पर्यावरण के कारणों के चलते नीलामी प्रक्रिया ठप थी। इस वर्ष प्रशासन ने निविदा प्रकाशित कर आगामी तीन वर्ष के लिए रेत घाट की नीलामी प्रक्रिया शुरू की है। इस प्रक्रिया को पुलखल ग्रामसभा ने नामंजूर करते हुए निस्तार हक के अनुसार गांव के लोगों के निजी उपयोग और ग्रामसभा द्वारा रेत की बिक्री करने का निर्णय लिया गया। जिला मुख्यालय से समीपस्थ पुलखल गांव बसा हुआ है। गांव से सटकर वैनगंगा नदी है। प्रशासन द्वारा इस नदी के रेत घाट की नीलामी की जाने वाली थी। लेकिन अब ग्रामसभा द्वारा इस पर आपत्ति जतायी गयी है।
प्रशासन द्वारा ग्रामसभा के निर्णय का विरोध किया गया तो संघर्ष करने का मन भी ग्रासमभा ने बनाया है। ग्रामसभा के दौरान वर्ष 2022-23 और 2023-24 का नियोजन की रिपोर्ट तैयार करना, विधवा प्रथा बंद करना, गांव के ढीमर समाज के लोगों को तालाब में मछली पालन का अधिकार देना, गांव के लिए नयी जलापूर्ति योजना शुरू करना, सड़कों का मजबूतीकरण, पथदीप की सुविधा करना, क्रीडांगण विकास का नियोजन करना आदि प्रस्ताव भी पारित किये गये। इस ग्रामसभा में जयश्री वेलदा, सरपंच सावित्री गेडाम, उपसरपंच रूमनबाई ठाकरे, ग्रापं सदस्य तुकाराम गेडाम, कविता ठाकरे, खुशाब ठाकरे, जीजाबाई आलाम, ग्रामसेवक एन. डी. मोटघरे, विवादमुक्त समिति के अध्यक्ष गिरीधर ठाकरे, पूर्व सरपंच रेखा सेडमाके, वरिष्ठ नागरिक सितकुरा जराते, आनंद ठाकरे, शामराव ठाकरे, कवडू रोहणकर, माया ठाकरे, शामला पालकर समेत ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे।