दिसंबर तक मछली पकड़कर खाली करें रामाला तालाब
चंद्रपुर दिसंबर तक मछली पकड़कर खाली करें रामाला तालाब
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर । शहर के एकमात्र रामाला तालाब की सफाई और फुट ब्रिज का निर्माण कार्य करना है इसलिए तालाब में छोड़ी मछलियों को दिसंबर अंत तक पकड़कर निकाल लें। तालाब का पानी खाली करने के बाद ही ब्रिज निर्माण और सफाई के काम के नियोजन करने के निर्देश लोक निर्माणकार्य विभाग को जिलाधीश विनय गौडा ने दिए हैं। शहर के रामाला तालाब गहराईकरण, सौंदर्यीकरण आदि कामों की जिलाधीश गौड़ा ने सोमवार को समीक्षा की। इस अवसर पर सहायक जिलाधिकारी मरुगनंथम, मनपा आयुक्त विपीन पालीवाल, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता सुनील कुंभे, प्रकल्प के नोडल अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी पल्लवी घाटगे, जल संवर्धन विभाग के कार्यकारी अभियंता काले, खनिकर्म अधिकारी सुरेश नैताम, मत्स्यव्यवसाय विभाग के निखील नरड, इको-प्रो संस्था अध्यक्ष बंडू धोत्रे, रामाला तालाब वाल्मीकि मच्छीमार सहकारी संस्थाध्यक्ष बंडू हजारे उपस्थित थे। रामाला तालाब में जमा मलबा निकालने के लिए जिला खनिज विकास निधि से 4.98 करोड़ रुपए की निधि को प्रशासकीय मंजूरी मिली है। इस काम की शुरुआत की गई है कुल 35 हेक्टेयर क्षेत्र से एक मीटर मलबा निकालने का काम किया गया है।
वर्तमान में 311 घनमीटर मलबा निकाला गया है। वेकोलि चंद्रपुर ने रा वाटर रामाला तालाब में छोड़ने के लिए पाइप लाइन डाली है यह पानी तालाब के जलचरों के लिए नुकसानदायक नहीं है इसकी जांच प्रदूषण विभाग ने कर अपनी रिपोर्ट सौंपी है। चंद्रपुर महानगर पालिका ने रामाला तालाब मच्छीनाला के पानी पर प्रक्रिया करने के लिए मलनिस्सारण प्रक्रिया प्रकल्प (एस.टी.पी.) निर्माण के लिए 18 करोड़ 56 लाख रुपए का प्रस्ताव नगर विकास विभाग को भेजा है। इस प्रस्ताव को वर्तमान में खनिज विकास निधि से प्रशासकीय मंजूरी देना प्रस्तावित है। सार्वजनिक निर्माणकार्य विभाग ने फुट ओवर ब्रिज काम के लिए 4.80 करोड़ रुए का प्रस्ताव है जिसमें से 1 करोड़ रुपए प्राप्त हुए है। नई डिजाइन से सुधारित प्रस्ताव बनाने का काम शुरू है। रामाला तालाब सौंदर्यीकरण के लिए गोपानी कंपनी के सीएसआर फंड से 5 लाख रुपए मिलने की जानकारी बैठक में दी गई। बंडू धोत्रे ने कहा कि फुट ओवरब्रिज निर्माणकार्य और मलनिस्सारण प्रक्रिया प्रकल्प (एस.टी.पी.) निर्माण के लिए तालाब का पानी निकाला जाये, पानी खाली कर तालाब को सूखने में कम से कम दो महीने लगेगा। वर्तमान में मछली निकालने को संस्था तैयार होने की जानकारी दी गई।