उपचार के अभाव में आठ माह की गर्भवती की मौत
लापरवाही उपचार के अभाव में आठ माह की गर्भवती की मौत
डिजिटल डेस्क,कोरची (गड़चिरोली)। आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में सरकार की सभी प्रकार की योजनाएं विफल साबित होते दिखायी दे रहीं हैं। इसी तरह का एक मामला कोरची तहसील मुख्यालय में उजागर हुआ है। ग्रामीण अस्पताल में तबीयत खराब हाेने की वजह से जब एक 8 माह की गर्भवती माता को उपचार हेतु भर्ती करवाया गया, उस वक्त समय पर उपचार नहीं मिलने से गर्भवती ने दम तोड़ दिया। जिले में लगातार बढ़ रहे मातामृत्यु और बाल मृत्यु के मामलों के कारण अब स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर सवाल निर्माण हो रहे हैं, जबकि वैद्यकीय अधिकारी द्वारा कहा जा रहा है कि गर्भवती माता का रक्तचाप काफी अधिक था।
साथ ही हिमोग्लोबिन केवल 6 ग्राम था। महिला का बच्चा भी पेट में ही मृत था। बावजूद उस पर तुरंत उपचार किया गया। लेकिन उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। इस संदर्भ में मिली जानकारी के अनुसार, कोरची तहसील के भर्रीटोला गांव निवासी रमशीला सुनील किरंगे (21) का 2 वर्ष पूर्व कुरखेड़ा तहसील के डोंगरगांव निवासी सुनील किरंगे से विवाह हुआ। रमशीला गर्भवती होने के कारण प्रसूति के लिए वह अपने मायके भर्रीटोला कुछ ही दिन पूर्व पहुंची थी। सोमवार की सुबह रमशीला को सांस लेने मंे तकलीफ होते ही उसे कोरची के ग्रामीण अस्पताल में भर्ती करवाया गया। लेकिन समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण रमशीला ने दोपहर 12.30 दम तोड़ दिया। इस समय रमशीला के पति सुनील व उसके परिजनों ने समय पर उपचार नहीं मिलने के कारण उसकी मृत्यु होने का आरोप लगाया है। साथ ही इस मामले की जांच कर दोषी डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।