शिक्षा विभाग की देरी बढ़ा न दे खिलाडिय़ों की परेशानी
शहडोल शिक्षा विभाग की देरी बढ़ा न दे खिलाडिय़ों की परेशानी
डिजिटल डेस्क शहडोल शिक्षा विभाग के जिम्मेदार खेलों को लेकर जरा भी संवेदनशील नहीं हैं। एथलेक्टिस की प्रतियोगिता के लिए संभाग की टीमों को 7 नवंबर को भोपाल रवाना होना है, लेकिन 3 नवंबर तक की स्थिति में खिलाड़ी छात्रों का ट्रेन में रिजर्वेशन तक नहीं कराया गया है। लोक शिक्षण संचालनालय के संभागीय कार्यालय से निर्देश जारी तो कर दिए गए कि 7 नवंबर को खिलाडिय़ों और स्टॉफ को नर्मदा एक्सप्रेस से भोपाल के लिए रवाना होना है, लेकिन नर्मदा जैसी व्यस्त ट्रेन में तीन दिन में रिजर्वेशन कंफर्म होना मुश्किल है। ऐसी स्थिति में बच्चों को सामान्य टिकट पर ही ठंड में ठिठुरते हुए जाना पड़ सकता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब खिलाडिय़ों को बाहर भेजने के लिए विभाग ने लेटलतीफी न की हो। इसके पूर्व बास्केटवाल की टीम को बजट का रोना रोते हुए बाहर नहीं भेजा गया।
गौरतलब है कि भोपाल में 8 से 13 दिसंबर तक एथलेटिक्स की प्रतियोगिताएं होनी हंैं। प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए संभाग शहडोल से 64 खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। इनमें 19 वर्ष आयु वर्ग में 23, 17 वर्ष आयु वर्ग में 22 तथा 14 वर्ष आयु वर्ग में 19 खिलाड़ी विभिन्न स्कूलों के शामिल हैं। प्रतियोगिता में संभाग से बालक-बालिकाओं के लिए यात्रा सहित अन्य व्यवस्था शिक्षा विभाग को करना है। लेकिन खिलाडिय़ों की सुगम यात्रा को लेकर पहले से प्रयास नहीं किए गए। जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा अभी तक बजट ही उपलब्ध नहीं कराया गया है। यह भी बताया गया है कि खिलाडिय़ों को ले जाने के लिए जिन शिक्षकों का चयन किया गया है उनमें अधिकांश का खेलों से कोई लेना नहीं है।
कराएंगे व्यवस्था
- खिलाडिय़ों को सुरक्षित भिजवाना हमारी जिम्मेदारी है। कल ही रिजर्वेशन करा दिया जाएगा।
सहदेव सिंह मरावी
जेडी लोक शिक्षण