तीन करोड़ रुपए के बकाया कर्ज के चलते डॉ.पठान का मकान सील
कार्रवाई तीन करोड़ रुपए के बकाया कर्ज के चलते डॉ.पठान का मकान सील
डिजिटल डेस्क, दर्यापुर (अमरावती)। किसी न किसी वजह से लगातार सुर्खियों में रहने वाले डॉ. इकबाल पठान ने एक फाइनेंस कंपनी से 3 करोड़ रुपये का कर्ज लिया था। उधर, कलेक्टर के आदेशानुसार समय-सीमा में भुगतान नहीं होने पर संपत्ति को सील करने की कार्रवाई की गई है। शहर के अकोट रोड स्थित एकता अस्पताल के संचालक डॉ. इकबाल पठान ने दीवान हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से 3 करोड़ 1 लाख 85 हजार 206 रुपये का कर्ज लिया था। इस बीच, पीरामल कंप्यूटर एंड फाइनेंस कंपनी ने 2019 से कर्ज की किश्तें नहीं चुकाने के कारण अदालत में मुकदमा दायर किया था। अंतत: न्यायालय के निर्णय एवं जिलाधिकारी के आदेश से कंपनी द्वारा सील लगाने की कार्रवाई की गई।
तहसीलदार डॉ. योगेश देशमुख, नायब तहसीलदार अनिल नाडेकर, सुनील विश्वकर्मा, सद्भावना एनपीए के अनंत गंजारे आदि की उपस्थिति में डॉ. पठान के पास पहुंचे और जानकारी दी।
क्या है मामला : मामला यह है कि डॉ. पठान के मुताबिक परिमल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस सोसायटी शाखा-नागपुर से साल 2016 में ढाई करोड़ रुपये का कर्ज लिया गया था. उस वक्त उस बैंक का नाम दीवान हाउसिंग फाइनेंस था। वह बैंक डूब गया और उसे परिमल कैपिटल एंड हाउसिंग फाइनेंस में बदल दिया गया। घटना को चार साल हो चुके हैं और कोरोना के दो साल इसमें शामिल हैं। डॉ. इकबाल पठान ने उस कर्ज को नजरअंदाज कर दिया, यह देखते हुए कि बैंक की मूल राशि और ब्याज साढ़े तीन करोड़ के भीतर चला गया। अदालत के आदेश ने डॉ. इकबाल पठान को अस्पताल बंद करने का आदेश दिया। अदालती आदेश के बाद तहसीलदार डॉ. योगेश देशमुख व उनके साथियों व पुलिस विभाग के पीएसआई किरण आवटे व उनके साथियों ने 30 नवंबर को दोपहर तीन बजे तक डॉक्टर एकता अस्पताल के अस्पताल वाले हिस्से को छोड़कर भवन को सील कर दिया। इस अस्पताल में पैथोलॉजी, ऑप्टिकल, मेडिकल के साथ-साथ आवासीय घर को भी सील कर दिया गया है, और चूंकि अस्पताल पर तलवार लटकी हुई है, इसलिए कुछ दिनों बाद इसे भी सील करने की जानकारी नागपुर से बैंक के अधिकारी आवारे ने दी। कार्रवाई के दौरान अस्पताल परिसर में भारी संख्या में तमाशबीनों की भीड़ जमा हो गई थी। इस कार्रवाई को लेकर डॉ. पठान ने नाराजी व्यक्त की ।