मेडीगड्डा बांध के पानी से दर्जनों गांव के खेत तालाब में तब्दील
गड़चिरोली में मांगों को लेकर किसानों ने किया अनशन मेडीगड्डा बांध के पानी से दर्जनों गांव के खेत तालाब में तब्दील
डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। सिरोंचा तहसील से सटी गोदावरी नदी पर तेलंगाना राज्य सरकार ने मेड़ीगड्डा बांध का निर्माण किया है। इस बांध से तहसील के दर्जनों गांवों के किसानों के खेत तालाब में तब्दील हो गये हैं। किसानों पर भूमिहिन होने की नौबत आने के बावजूद पिछले तीन वर्ष से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया ठप पड़ी है। इस कारण संतप्त किसानों ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय में मोर्चा निकालकर तहसील कार्यालय के समक्ष बेमियादी अनशन शुरू किया है। इस अनशन में क्षेत्र के मेडीगड्डा प्रभावित किसान बड़ी संख्या में शामिल हुए हैं।
तहसीलदार को सौंपे गये अपने ज्ञापन में किसानों ने बताया कि, मेडीगड्डा बांध से छोड़े गये पानी के कारण गोदावरी नदी तट पर बसे सोमनुर, गुम्मलकोंडा, सोमनपल्ली, मक्कीडीगुट्टा, मुत्तापुर, टेकड़ामोटला, सुंकरअल्ली, आसरअल्ली, गोल्लागुड़म, बोरियागुड़म, जंगलपल्ली, बालमुत्यामपल्ली, अंकिसा, लक्ष्मीदेवपेठा, कंबालपेठा, चिंतारेवुला, कोटापल्ली, पोचमपल्ली, रंगधामपेठा, गंजीरामपल्ली, नड़ीकूडा आदि गांवों के किसानों के खेत तालाब में तब्दील हो गये हैं। गत जुलाई माह में आयी बाढ़ के कारण अब खेतों में चार फीट तक रेत जमी हुई है। सरकार को कई बार निवेदन देने के बाद भी अब तक भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू नहीं की गयी। भूसंपादन के लिए मंजूर खेतों का तत्काल अधिग्रहण करना, बैक वॉटर के कारण तालाब में तब्दील हुए खेतों के किसानों को तत्काल मुआवजा देना, नदी तट के खेतों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए सुरक्षा दीवार का निर्माण करना, तहसील के पीड़ित किसानों को प्रकल्पग्रस्त के रूप में घोषित कर उन्हें प्रमाणपत्र देना आदि समेम अन्य मांगों को लेकर बेमियादी अनशन आरंभ किया गया है। अनशन शुरू करने के पूर्व सैकड़ों की संख्या में पहुंचे किसानों ने सिरोंचा के मुख्य चौक से तहसील कार्यालय तक मोर्चा निकाला, जिसके बाद अनशन शुरू किया गया।