पलामू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टरों को नहीं मिल रहा वेतन, विरोध के लिए चिकित्साकर्मियों ने किया बेमियादी हड़ताल
झारखंड पलामू मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टरों को नहीं मिल रहा वेतन, विरोध के लिए चिकित्साकर्मियों ने किया बेमियादी हड़ताल
डिजिटल डेस्क, रांची। राज्य के पलामू स्थित मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के डॉक्टर और चिकित्साकर्मी सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर चले गये हैं। इस वजह से ओपीडी और इमरजेंसी दोनों सेवाएं ठप हो गयी हैं। सोमवार को पांच सौ से ज्यादा मरीज यहां से बगैर इलाज के लौट गये। हालांकि हड़ताली डॉक्टरों और चिकित्साकर्मियों ने हॉस्पिटल के बाहर खुले मैदान में सैकड़ों मरीजों का इलाज किया। यह हड़ताल मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में कार्यरत जूनियर रेजिडेंट्स एवं सीनियर रेजिडेंट्स और दैनिक भत्ते पर काम करनेवाले कर्मियों को पिछले तीन से चार महीने तक के वेतन का भुगतान नहीं होने के विरोध में की गयी है।
बता दें कि एमएमसीएच में पदस्थापित जूनियर और सीनियर रेजिडेंट डॉक्टरों ने बकाया मानदेय भुगतान को लेकर गत 12 अक्टूबर से ओपीडी सेवा का बहिष्कार कर रखा था। 29 अक्टूबर को एक बार फिर अस्पताल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपते हुए 1 नवम्बर से इमरजेंसी सेवा ठप करने की चेतावनी दी थी। इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की ओर से कोई पहल नहीं की गयी। डॉक्टरों का कहना है कि दशहरा फाकाकशी में गुजरा और दीपावाली जैसे पर्व पर भी उनके घरों में अंधेरा है। इसी वजह से बाध्य होकर अब आकस्मिक सेवा का बहिष्कार करने निर्णय लिया है।
बताया गया है कि कॉलेज में नये अधीक्षक के रूप में डॉ आरडी नागेश की पोस्टिंग तीन माह पहले हुए हैं, लेकिन अब तक उन्हें वित्तीय अधिकार नहीं मिला है। उन्हें वेतन निकासी की शक्ति नहीं मिली है। इसी वजह से चिकित्सकों के अलावा कर्मचारियों के मानदेय का भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। इस बाबत पूछे जाने पर राज्य के स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा है कि नये अधीक्षक को वित्तीय अधिकार प्रदान करने के लिए राज्य मुख्यालय से पत्र भेज दिया गया है। जल्द ही सभी डॉक्टरों और कर्मियों के वेतन का भुगतान हो जायेगा।
मेदिनी राय मेडिकल कालेज हॉस्पिटल में हर दिन 700 से 1000 तक मरीजों का इलाज किया जाता है। पलामू प्रमंडल के पलामू के अलावा गढ़वा और लातेहार के सुदूर क्षेत्रों से लोग यहां इलाज कराने के लिए पहुंचते हैं। सोमवार को ऐसे सैकड़ों मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा।
(आईएएनएस)