आनलाइन भुगतान करने वालों की संख्या अचानक बढ़ी
आनलाइन भुगतान करने वालों की संख्या अचानक बढ़ी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। महानगरपालिका और स्मार्ट एंड सस्टेनेबल सिटी डेवलेपमेंट कार्पोरेशन लिमिटेड में डिजिटल पेमेंट का चलन लगातार बढ़ता जा रहा है। विशेष बात यह है कि, इस साल ऑनलाइन भुगतान करने वालों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हुई है। वर्ष 2018-19 में 27 हजार संपत्तिधारकों ने डिजिटल पेमेंट से अपने संपत्तिकर का भुगतान किया, जबकि वर्ष 2019-20 के सिर्फ तीन माह में ही 33 हजार संपत्तिधारकों ने डिजिटल पेमेंट से भुगतान किया है।
डिजिटल पेमेंट दिवस
1 जुलाई को देशभर में डिजिटल पेमेंट दिवस मनाया जा रहा है। डिजिटल इंडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 1 जुलाई 2015 को इसकी शुरूआत की थी। डिजिटल पेमेंट ने लोगों की समस्याओं को बहुत आसान कर दिया है। डिजिटल पेमेंट ने भुगतान करने के लिए लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों से राहत दे दी है। लोग इसका जमकर लाभ ले रहे हैं और लगातार इसका उपयोग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है।
सेवाएं अब ऑनलाइन
महानगरपालिका में संपत्तिकर, पेयजल कर, जन्म व मृत्यु प्रमाणपत्र, विवाह प्रमाणपत्र, बाजार विभाग का परवाना आदि सेवाएं अब ऑनलाइन हो गई है। वहीं मनपा ने संपत्तिकर विभाग की 14 सेवाएं, पेयजल विभाग की 12 सेवाएं, स्वास्थ्य विभाग की 3 सेवाएं, नगर रचना विभाग की 5 सेवाएं सहित महाराष्ट्र सरकार की सेवा गारंटी कानून की सभी सेवाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है।
कर विभाग के अनुसार इस साल 5 लाख कर धारकों को डिमांड भेजी गई है, ऑनलाइन भुगतान से नए रिकॉर्ड की संभावना है। ऑनलाइन भुगतान के लिए दो पेमेंट गेट-वे है, जिसके माध्यम से सुरक्षित भुगतान किया जा सकता है। महापौर नंदा जिचकार व आयुक्त अभिजीत बांगर ने ऑनलाइन सेवाओं का लाभ लेने की अपील की।
क्या कहते हैं संपत्तिकर के आंकड़े
वर्ष 2017-2018 में 21 हजार 859 संपत्तिधारकों ने करीब 10.86 करोड़ रुपए का ऑनलाइन भुगतान किया।
वर्ष 2018-2019 में 27 हजार 211 संपत्तिधारकों ने करीब 17 करोड़ रुपए का ऑनलाइनन भुगतान किया।
वर्ष 2019-2020 में 33 हजार 914 संपत्तिधारकों ने सिर्फ तीन माह में ऑनलाइन भुगतान किया।
ओसीडब्ल्यू में 1.48 लाख लोगों ने 37.21 करोड़ का भुगतान किया
ऑरेंज सिटी वॉटर (ओसीडब्ल्यू) में इस साल डिजिटल पेमेंट से भुगतान करने वालों की संख्या दोगुना से अधिक हो गई। वर्ष 2018-19 में 1.48 लाख जल करदाताओं ने 37.21 करोड़ रुपए का भुगतान डिजिटल पेमेंट से किया, जबकि वर्ष 2017-18 में 59 हजार 324 जल करदाताओं ने 29.12 करोड़ रुपए का भुगतान डिजिटल पेमेंट से किया गया था।