सुदामा चरित्र की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रद्घालु
शाहनगर सुदामा चरित्र की कथा सुन भाव विभोर हुए श्रद्घालु
डिजिटल डेस्क, शाहनगर । नगर के रामलीला मैदान परिसर हनुमान मंदिर में चल रही संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का हवन-पूजन के साथ समापन हो गया है। वृंदावन से पधारे कथा व्यास राघवेन्द्र दास जी महाराज ने अंतिम दिन प्रधान श्रोता लल्लु लाल सोनी एवं धर्मपत्नी द्रौपदी सोनी सहित श्रोताओं को सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन करते हुये बताया कि सुदामा संसार में सबसे अनोखे भक्त रहे हैं। वह जीवन में जितने गरीब नजर आए उतने वे मन से धनवान थे। उन्होंने अपने सुख व दुखों को भगवान की इच्छा पर सौंप दिया था। श्रीकृष्ण और सुदामा के मिलन का प्रसंग सुनकर श्रद्धालु भावविभोर हो गए। उन्होंने कहा कि जब सुदामा भगवान श्रीकृष्ण ने मिलने आए तो उन्होंने सुदामा के फटे कपड़े नहीं देखे बल्कि मित्र की भावनाओं को देखा। मनुष्य को अपना कर्म नहीं भूलना चाहिए। अगर सच्चा मित्र है तो श्रीकृष्ण और सुदामा की तरह होना चाहिए। जीवन में मनुष्य को श्रीकृष्ण की तरह अपनी मित्रता निभानी चाहिए इस अवसर पर महिलाओं ने भजन कीर्तन किए। कथा सुनने आए श्रद्धालुओं ने भक्ति रस का पान किया। समापन पर सोमवार को विधि-विधान से हवन कराया गया। इसके बाद श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरण किया।