Press conference: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बोले- दिल्ली को हर रोज 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है
Press conference: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बोले- दिल्ली को हर रोज 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इस दौरान केजरीवाल ने कोरोनावायरस,ऑक्सीजन और वैक्सीन की स्थिति के बारे में बताया। केजरीवाल ने कहा, केंद्र और हाईकोर्ट की ओर से उन्हें मदद मिली है, लेकिन अभी भी कई अस्पतालों में ऑक्सीजन की किल्लत है। कई जगह अफरातफरी का माहौल बना हुआ है।
केजरीवाल ने कहा, दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी ना हो, इसके लिए हम पूरी मेहनत कर रहे हैं। मुझे यक़ीन है कि अगर हम सब एक साथ ‘भारतीय’ बनकर लड़ेंगे, तो हम कोरोना को हरा देंगे। केंद्र सरकार ऑक्सीजन का कोटा और कौन सी कंपनी ये कोटा देगी ये तय करती है। दिल्ली में ऑक्सीजन नहीं बनती है, सारी ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से आती है। ऑक्सीजन की कंपनियां जिन राज्यों में हैं, उनमें से कुछ राज्य सरकारों ने उन कंपनियों से दिल्ली के कोटे की ऑक्सीजन भेजनी रोक दी।
दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी ना हो, इसके लिए हम पूरी मेहनत कर रहे हैं। मुझे यक़ीन है कि अगर हम सब एक साथ ‘भारतीय’ बनकर लड़ेंगे, तो हम कोरोना को हरा देंगे | CM @ArvindKejriwal जी की महत्वपूर्ण Press Conference LIVE https://t.co/42WUAeBlJm
— AAP (@AamAadmiParty) April 22, 2021
केजरीवाल ने कहा, राज्यों ने कहा कि दिल्ली का कोटा भी हम इस्तेमाल करेंगे, दिल्ली के ट्रक नहीं जाने देंगे। मैं केंद्र सरकार और दिल्ली हाईकोर्ट का शुक्रिया करना चाहता हूं, पिछले दो-तीन दिन में उन्होंने हमारी बहुत मदद की है जिसकी वजह से अब ऑक्सीजन दिल्ली पहुंचने लगी है। हमारा ऑक्सीजन का जो कोटा बढ़ा है, उसमें काफी ऑक्सीजन ओडिशा से आनी है। बढ़े हुए कोटे की ऑक्सीजन को दिल्ली पहुंचने में कुछ दिन लग जाएंगे, हम कोशिश कर रहे हैं कि हवाईजहाज से ऑक्सीजन लाई जा सके
केजरीवाल ने कहा, ये बहुत बड़ी आपदा है, अगर इसमें हम हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गुजरात, पश्चिम बंगाल में बंट गए तो भारत नहीं बचेगा, इस वक्त हमें एक-दूसरे की मदद करनी है। अगर दिल्ली में जरूरत से ज़्यादा ऑक्सीजन होगी तो हम दूसरे राज्यों को देंगे। केजरीवाल ने कहा, दिल्ली को हर रोज 700 टन ऑक्सीजन की जरूरत है, केंद्र की ओर से पहले 380 टन ऑक्सीजन दिया जा रहा था, जिसे बढ़ाकर 480 टन किया गया है। दिल्ली की सारी ऑक्सीजन बाहर के राज्यों से ही आती है।