9 माह बाद मिली बच्ची, तो माता-पिता के खुशी से छलक पड़े आंसू
9 माह बाद मिली बच्ची, तो माता-पिता के खुशी से छलक पड़े आंसू
डिजिटल डेस्क,शहडोल। एक विक्षिप्त महिला को करीब 9 माह पहले वन स्टॉप सेंटर लाया गया था। उसके साथ एक छोटी बच्ची भी थी। महिला घर से भागकर आई थी, लेकिन यह बताने में असमर्थ थी कि वह कहां से आई है। महिला को इलाज के लिए ग्वालियर मेंटल हॉस्पिटल भेजा गया। करीब 9 माह बाद महिला ठीक हो गई और उसने अपने गांव और पति का नाम बताया। सोमवार को वन स्टॉप सेंटर में महिला अपनी बच्ची और पति से मिली तो उसकी खुशी का ठिकाना न रहा। हालांकि अभी बच्ची मां को पहचान नहीं रही है, इसलिए उसे एक दिन के लिए यहीं रोका गया है। मंंगलवार को सभी अपने घर दुर्ग रवाना हो जाएंगे।
अनूपपुर पुलिस को मिली थी-
बाल कल्याण समिति से मिली जानकारी के अनुसार पिछले साल 14 जून को अनूपपुर में महिला अपनी बच्ची के साथ पुलिस को मिली थी। वहां से इसके वन स्टॉप सेंट शहडोल भेजा गया था। चूंकि महिला मानसिक रूप से सही नहीं थी, इसलिए मजिस्ट्रेट के आदेश के बाद उसे ग्वालियर आरोग्यशाला भेजा गया। वहीं बच्ची को शहडोल में शिशु गृह में रखा गया था।
बताया गांव-पति का नाम-
ग्वालियर में चले इलाज के बाद महिला की स्थिति में सुधार होता गया और पिछले दिनों उसे सबकुछ याद आ गया। उसने अपने पति का नाम और गांव का नाम बताया। फिर वहां के कलेक्टर के आदेश से महिला को शहडोल वन स्टॉप सेंटर भेज गया गया। यहां से बाल कल्याण समिति के सदस्यों ने उसके पति से संपर्क किया और उन्हें शहडोल बुलाया गया।
घर में तीन और बच्चियां हैं-
महिला के पति ओम प्रकाश व्यास ने बताया कि वह अमरेश्वर दुर्ग का रहने वाला है। 2 जून को पत्नी, बच्ची के साथ घर के चली गई थी। काफी ढूढ़ने के बाद भी जब पता नहीं चला तो थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी तीन और बेटियां हैं। एक की शादी भी हो गई है। सभी बेटियों को भरोसा था कि उनकी मां एक दिन जरूर मिलेगी।