गरीब बच्चों को सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ाएगी क्राई
गरीब बच्चों को सोशल मीडिया के माध्यम से पढ़ाएगी क्राई
डिजिटल डेस्क, मुंबई। लॉकडाउन के चलते घरो में बंद गरीब तबके के बच्चों को गैर सरकारी संस्था चाइल्ड राइट एंड यू (क्राई) व्हाट्सएप पर पढ़ाएगी। क्राई ने इसके लिए मेंटर-मेंटी नाम की पहल की है। जिसके अंतर्गत झोपड़पट्टी में रहने वाले दिहाड़ी मजदूरों के बच्चों को रोजाना एक घंटे के लिए व्हाट्सएप पर अध्ययन सत्र चलाया जाएगा। इस दौरान बच्चों को पढ़ाई के साथ दूसरी गतिविधियों के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। पढ़ाई की अवधि के दौरान बच्चे अपनी निजी समस्या भी साझा कर सकेंगे। क्राई के स्वयंसेवक यह देखेंगे बच्चों के परिवार के एक सदस्य अथवा पड़ोस में एक जन के पास स्मार्टफोन हो। क्योंकि वीडियो कॉलिंग के जरिए बच्चों को पढ़ाया जाएगा। मेंटर-मेंटी पहल के तहत क्राई मुख्य रुप से पब्लिक एक्शन ग्रुप्स की मदद से मुंबई, नई मुंबई, कल्याण व पुणे में सरकारी स्कूलों व गरीब तबके के बच्चों को पढ़ाया जाएगा। इस पहल की शुरुआत 7 अप्रैल को एक आभासी कार्यशाला से हो चुकी है। जिसे बहुत अच्छा प्रतिसाद मिला है। इसमें 85 बच्चे शामिल हुए थे। इसके बाद ऑनलाइन अध्ययन के पहले सत्र का 61 बच्चों ने लाभ उठाया था।
लॉकडाउन से प्रभावित हुए हैं बच्चे
क्राई की मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा मारवाह के मुताबिक लॉकडाउन के चलते बच्चों के स्कूल व टयूशन पूरी तरह से बंद है। इस स्थिति में वे पढ़ाई से खुद को कटा हुआ महसूस कर रहे है। लॉकडाउन का बच्चों पर बड़ा असर पड़ा है। इसके चलते वे पढ़ाई के साथ ही खेल की गतिविधियों से भी दूर हो गए है।गरीब वर्ग के अभिभावक तकनीकी रुप से इतने सक्षम नहीं होते है की वे बच्चों को पढ़ाई के विषय में प्रभावी मार्गदर्शन प्रदान कर सके। लेकिन मेंटर-मेंटी पहल यह सुनिश्चित करेगी कि बच्चों की पढ़ाई की प्रगति बाधित न ह और किसी भी स्थिति में पढ़ाई में पीछे न रह जाए। जिसके चलते उन्हें स्कूल छोड़ना पड़े।
कल्याण इलाके में कार्यरत क्राई की वालेंटियर श्रेया पोल के मुताबिक मेंटर-मेंटी की पहल लॉकडाउन के दौरान बच्चों के लिए काफी कारगर साबित होगी। वहीं बान्द्रा इलाके में कार्यरत क्राई की वालेंटियर गार्गी मिश्रा कहती हैं कि यह पहल बच्चों को अर्थपूर्ण अध्ययन प्रदान करेगी।