एक एकड़ में बोई गई फसल हुई बर्बाद, मुआवजा मिला मात्र 1 हजार
किसानों में निराशा एक एकड़ में बोई गई फसल हुई बर्बाद, मुआवजा मिला मात्र 1 हजार
डिजिटल डेस्क, लाखांदुर (भंडारा) । जिले में इस वर्ष जनवरी माह में हुई बेमौसम बारिश के कारण बड़े पैमाने पर रबी फसलों का नुकसान हुआ था। जिसके चलते शासन-प्रशासन की ओर से नुकसानग्रस्त किसानों के बैंक खातों में नुकसान मुआवजे की राशि जमा करने की प्रक्रिया शुरू की है। इस बीच लाखांदुर तहसील के किरमटी गांव में रहनेवाले जयपाल प्रकाश भांडारकर नामक किसान को राज्य शासन की ओर से नुकसान मुआवजे के तौर पर केवल 1 हजार रुपए का चेक प्राप्त हुआ है। इससे संतप्त किसान ने लाखांदुर के तहसीलदार वैभव पवार के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मुआवजे की राशि वापस लौटाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इधर, पीड़ित किसान को एक एकड़ खेत में फसल बुआई के लिए तकरीबन 10 से 12 रुपए खर्च आया था। इसके ऐवज में पीड़ित किसान को केवल 1 हजार रुपयों की न्यूनतम मुआवजा राशि मंजूर होने से किसानों में राज्य शासन की कार्यप्रणाली को लेकर भारी रोष व्याप्त है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील के ग्राम किरमटी निवासी जयपाल भांडारकर नामक युवा किसान ने पिछले वर्ष अपने मालिकी के एक एकड़ खेत में विभिन्न रबी फसलों की बुआई की थी। लेकिन जनवरी माह में तहसील के विभिन्न गांवों में हुई बेमौसम बारिश के कारण रबी फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ था। जिसके चलते शासन ने राजस्व एवं कृषि प्रशासन द्वारा नुकसानग्रस्त फसलों के पंचनामा करने के निर्देश जारी किए थे। उक्त निर्देशानुसार स्थानीय तहसील प्रशासन के तहत पीड़ित किसान के कुल एक एकड़ रबी फसल के नुकसान का पंचनामा किया गया था। जिसमें न्यूनतम क्षेत्र के फसल की क्षति दिखाई गई। जिसके कारण पीड़ित किसान को केवल 1 हजार रुपयों की न्यूनतम मुआवजा राशि मंजूर होने का आरोप लगाया है। इससे नाराज किसान ने स्थानीय लाखांदुर के तहसीलदार वैभव पवार के माध्यम से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को मुआवजे की राशि वापस लौटाकर अपना आक्रोश व्यक्त किया है। तहसीलदार को मुआवजा राशि का धनादेश लौटाते समय पीड़ित किसान के साथ लाखांदुर पंस सदस्य मंगेश राउत उपस्थित थे।