धान खरीदी का मामला : 48 किसानों के पंजीयन में हुआ एक ही खाता नंबर का उपयोग
धान खरीदी का मामला : 48 किसानों के पंजीयन में हुआ एक ही खाता नंबर का उपयोग
डिजिटल डेस्क नरसिंहपुर । धान खरीदी के मामले में एक ही नंबर के खाते में विभिन्न किसानों का पंजीयन करने की स्थिति जिले की इमलिया सोसायटी में सामने आई है। सालीचौका क्षेत्र में स्थित इस सहकारी समिति के 48 किसानों के पंजीयन में 012345678900 खाता नंबर का उपयोग किया गया है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि यह खाता नंबर ही फाल्स है, लेकिन इसके इतर यह संभावना भी जताई जा रही है कि बाद में खाता नंबर सुधार कर तो कहीं भुगतान नहीं किया गया है।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न जिलों में एक ही खाता नंबर का धान विक्रय में विभिन्न किसानों के पंजीयन की जांच के दौरान यह बात सामने आई थी कि जिले के 48 किसानों के पंजीयन में एक ही खाता नंबर का उपयोग किया गया है। जिसके लिए मंगलवार से शुरू हुई कवायद में 27 खरीदी केन्द्रों में दर्ज खाता नंबरों की जांच हो रही है। सर्वर डाउन होने की वजह से दूसरे दिन शाम को इस बात का खुलासा हो पाया कि यह गड़बड़ी इमलिया सोसायटी में हुई है।
जांच रहे विक्रय की स्थिति
इमलिया सोसायटी में धान विक्रय की स्थिति जांची जा रही है। बैंक के सूत्रों का कहना है कि जिन किसानों के पंजीयन में इस खाता नंबर का उपयोग किया गया है। उस पंजीयन पर कितनी मात्रा में धान का विक्रय हुआ है। इसमें विक्रय के बाद भुगतान की स्थिति की भी जानकारी जुटाई जा रही है।
6 हजार से अधिक किसानों ने नहीं बेची धान
सत्र के दौरान जिले में 13712 किसानों ने 27 केन्द्रों पर पंजीयन कराया है। इसमें से 7 हजार 239 किसानों ने कुल 5 लाख 53 हजार 447 क्विंटल धान विक्रय है। वहीं पंजीयन कराने वाले 6 हजार 4 सौ 73 किसान धान विक्रय करने खरीदी केन्द्रों पर गए ही नहीं है।
अजीब है खाता नंबर
धान खरीदी में एक ही खाते का विभिन्न किसानों के पंजीयन के मामले में खाता नंबर भी अजीब है जिसका उपयोग 48 किसानों के पंजीयन में किए जाने की बात कही गई है। नरसिंहपुर में भुगतान पाने के लिए उपयोग किए गए खाते का नंबर 012345678900 बताया गया है। इस नंबर का उपयोग करने के दौरान 0 से लेकर 9 तक गिनती लिखी गई है और 12 डिजिट पूरे करने के लिए अंत में दो शून्य और लगा दिए गए हैं।
देर शाम इमलिया सोसायटी पहुंची टीम
धान खरीदी के पंजीयन के मामले में मंगलवार से शुरू हुई जांच के दौरान 27 केन्द्रों का डाटा खंगाला गया। इसके बाद बुधवार को जब इमलिया सोसायटी में गड़बड़ी होने की बात सामने आई तो देर शाम जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की एक जांच टीम इमलिया सोसायटी रवाना हुई है। सूत्रों का कहना है कि अब टीम द्वारा किसानों को किए गए भुगतान की जानकारी वहां देखी जाएगी। यदि इन पंजीकृत किसानों के खातों में कोई सुधार या अन्य कारण बताकर भुगतान किया है या नहीं?