Coronavirus in MP: अब तक 258 मौतें, 229 नए कोरोना संक्रमित मिले, शिवराज बोले- प्रदेश में कोई नहीं होगा बेरोजगार, सबको मिलेगा रोजगार
Coronavirus in MP: अब तक 258 मौतें, 229 नए कोरोना संक्रमित मिले, शिवराज बोले- प्रदेश में कोई नहीं होगा बेरोजगार, सबको मिलेगा रोजगार
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या के साथ मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है। राज्य में मरीजों की संख्या में बीते 24 घंटों में 229 का इजाफा होने के साथ कुल आंकड़ा लगभग साढ़े पांच हजार के करीब पहुंच गया है। जबकि मरने वालों की संख्या 258 हो गई है। वहीं राज्य में प्रवासी मजदूरों को रोजगार मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार "कोई नहीं होगा बेरोजगार, सबको मिलेगा रोजगार" योजना शुरू करने जा रही है। इसको लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की। आधिकारिक तौर पर मंगलवार को दी गई जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री चौहान ने भारत सरकार द्वारा घोषित आर्थिक निर्भरता पैकेज का लाभ प्रदेश में सुनिश्चित करने के लिए तैयारियां तत्काल करने के निर्देश दिए हैं। मनरेगा, शहरी पथ विक्रेता और छोटे उद्योगों के लिए पैकेज में महत्वपूर्ण रियायतें और योजनाएं घोषित की गई हैं।
मनरेगा के तहत बारिश में भी हो सकेगा काम
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में इस समय जरूरतमंद श्रमिकों को काम की आवश्यकता है, जिससे उनकी रोजी-रोटी का ठीक से प्रबंध हो सके। इस उद्देश्य से गौशाला निर्माण, मंदिर सरोवर, मंदिर उद्यान के अधिकाधिक कार्य मनरेगा के अंतर्गत लिए जाएं। मंदिर गौशाला के कार्यो को प्राथमिकता दी जाएं। इसके लिए ग्रामीण विकास और पशुपालन विभाग संयुक्त रूप से कार्यवाही करें। उन्होंने निर्देश दिए कि मनरेगा के अंतर्गत ऐसी संरचनाएं निर्मित की जाएं, जिनमें बारिश में भी कार्य संभव हो सकें। हर जरूरतमंद को कार्य मिले। इन कार्यो में मशीनों का प्रयोग न किया जाए। इसके साथ ही स्थायी प्रभाव वाले कार्य सम्पन्न हों। स्टॉप डैम, चेक डैम, सरोवर निर्माण, खेत तालाब, मेड़ बंधान, नंदन फलोद्यान जैसे कार्य करवाए जाएं। स्थानीय श्रमिकों के साथ ही बाहर के श्रमिकों को भी जब कार्ड प्रदान किए जाएं।
राज्य में ग्लोबल टेंडरिंग पर रोक लगाई गई
बैठक के बाद गृह और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि कोई नहीं होगा बेरोजगार, सबको मिलेगा रोजगार योजना की 22 मई को शुरुआत होगी। राज्य में ग्लोबल टेंडरिंग पर रोक लगाई गई है, अब कोई भी सामान जो देश में बनता है, विदेश से नहीं मंगाया जाएगा। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव मनोज श्रीवास्तव ने बैठक में प्रजेंटेशन में बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 20 लाख से अधिक श्रमिकों को मनरेगा कार्यो से रोजगार का बड़ा सहारा मिल रहा है। यहां तक कि साढ़े सत्रह हजार दिव्यांग भी कार्यो से जुड़े हैं। प्रति ग्राम पंचायत औसतन 90 श्रमिक काम कर रहे हैं।
राज्य में अब तक 5,465 लोग संक्रमित हुए
राज्य के स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी बुलेटिन में बताया गया है कि राज्य में कोरोना मरीजों की संख्या 5,236 से बढ़कर 5,465 हो गई है। इंदौर 24 घंटों में 72 नए मरीज सामने आए हैं और संख्या 2,565 से बढ़कर 2,637 हो गई है। वहीं भोपाल में 16 नए मरीज सामने आए और कुल आंकड़ा 1,046 हो गया है। इसी तरह बुरहानपुर में 42 नए मरीज मिले हैं।
इंदौर में सबसे ज्यादा 103 लोगों की मौत
स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, मौतों की संख्या 252 से बढ़कर 258 हो गई है। अब तक इंदौर में 103, भोपाल में 39, उज्जैन में 48 मरीजों की मौत हुई है। वहीं अब तक 2630 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा इंदौर से 1158 हैं। वही भोपाल में 632 मरीज स्वस्थ हुए हैं।
मप्र में अब तक 100 ट्रेनों से एक लाख 34 हजार श्रमिकों की घर वापसी
मध्य प्रदेश के दूसरे राज्यों में फंसे श्रमिकों को वापस लाने का सिलसिला जारी है। इसके लिए बस और ट्रेन का सहारा लिया जा रहा है। अब तक 100 ट्रेनों से एक लाख 34 हजार 701 श्रमिक राज्य में वापस लाए जा चुके हैं। अपर मुख्य सचिव एवं स्टेट कंट्रोल रूम प्रभारी आई़ सी़ पी़ केशरी ने मंगलवार को बताया कि इन 100 ट्रेनों में मुख्य रूप से रीवा 30, मेघनगर 13, ग्वालियर नौ, जबलपुर छह और छतरपुर छह ट्रेनें आई हैं। इन 100 ट्रेनों से एक लाख 34 हजार 701 श्रमिकों को राज्य में वापस लाया गया है। उन्होंने बताया कि ट्रेनों के जरिए आए श्रमिकों का रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य परीक्षण किया गया और उसके बाद बसों के जरिए उन्हें उनके गांव तक भेजा गया है। इस दौरान भोजन व पानी आदि की व्यवस्था संबंधित जिला प्रशासन की ओर से की गई।