इंतजार खत्म: भारत में 16 जनवरी से शुरू होगा कोरोना वैक्सीनेशन, सबसे पहले 3 करोड़ हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स को मिलेगा फायदा

इंतजार खत्म: भारत में 16 जनवरी से शुरू होगा कोरोना वैक्सीनेशन, सबसे पहले 3 करोड़ हेल्थ और फ्रंट लाइन वर्कर्स को मिलेगा फायदा

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-09 12:13 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर जिस पल का इंतजार देश की जनता बेसब्री से कर रही थी वो खत्म हो गया है। सरकार ने अगले शनिवार यानी 16 जनवरी से वैक्सीनेशन का काम शुरू करने का ऐलान कर दिया है। वैक्सीन का लाभ सबसे पहले हेल्थ वर्कर्स और फ्रंट लाइन वर्कर्स को मिलेगा, जिनकी संख्या 3 करोड़ है। इनके बाद 50 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 50 साल से कम उम्र के लोगों को वैक्सीन दी जाएगी। इस तरह करीब 27 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाएगा। देश में कोरोना की स्थिति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को समीक्षा बैठक बुलाई, जिसमें टीकाकरण अभियान को शुरू करने पर फैसला लिया गया।

वैक्सीन के दो डोज होंगे। इन्हें 28 दिन के अंतर से दिया जाएगा। सभी को दो डोज लगाने होंगे, तभी वैक्सीन शेड्यूल पूरा होगा। दूसरा डोज देने के दो हफ्ते बाद शरीर में कोरोना से बचाने वाली एंटीबॉडी बन जाएंगी। एंटीबॉडी यानी शरीर में मौजूद वह प्रोटीन, जो वायरस, बैक्टीरिया, फंगी और पैरासाइट्स के हमले को बेअसर कर देता है।

बता दें कि भारत सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशिल्ड और भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है। वैक्सीन को मंजूरी मिलने के बाद से लोग टीकाकरण अभियान की शुरुआत का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मोदी सरकार ने शनिवार को बता दिया अब और ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं है और 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हो रहा है।

मोदी ने तैयारियां जानने के लिए मीटिंग की
देश में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। इसमें उन्होंने वैक्सीनेशन के लिए राज्यों की तैयारियों का जायजा भी लिया। बैठक में कैबिनेट सेक्रेटरी, प्रिंसिपल सेक्रेटरी, हेल्थ सेक्रेटरी और दूसरे सीनियर अफसर भी शामिल हुए।

पीएम मोदी ने क्या कहा
टीकाकरण अभियान के ऐलान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारत ने ऐतिहासिक कदम बढ़ाया है। 16 जनवरी से देश में टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। पीएम ने कहा कि प्राथमिकता हमारे डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर्स जिसमें सफाई कर्मचारी भी शामिल हैं, उन्हें दी जाएगी।

देश में 2 वैक्सीन को मंजूरी मिली
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया यानी DCGI ने इमरजेंसी यूज के लिए दो वैक्सीन को मंजूरी दी है। पहली वैक्सीन कोवीशील्ड है, जिसे एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी ने मिलकर बनाया है। भारत में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) कोवीशील्ड का प्रोडक्शन कर रही है। इसका जब हाफ डोज दिया गया तो इफिकेसी 90% रही। एक महीने बाद फुल डोज में इफिकेसी 62% रही। दोनों तरह के डोज में औसत इफिकेसी 70% रही। कोवीशील्ड के 5 करोड़ डोज तैयार हैं। दूसरी वैक्सीन कोवैक्सिन है। अभी इसके फेज-3 ट्रायल्स के नतीजे नहीं आए हैं। कोवैक्सिन को भारत बायोटेक बना रही है। इसके फेज-2 ट्रायल्स के नतीजों के मुताबिक, कोवैक्सिन की वजह से शरीर में बनी एंटीबॉडी 6 से 12 महीने तक कायम रहेंगी। कोवैक्सिन के 2 करोड़ डोज तैयार हैं।

टीकाकरण को लेकर गाइडलाइंस की अहम बातें
एक बूथ पर हर सत्र में 100 से 200 लोगों को टीका लगा जाएगा। उन पर 30 मिनट तक नजर रखी जाएगी, जिससे रिएक्शन को देखा जा सके। वहीं, टीकाकरण केंद्र पर एक बार में एक ही व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा। कोविन ऐप में पहले से रजिस्टर लोगों को ही टीका लगाया जाएगा। ऑन द स्पॉट रजिस्ट्रेशन नहीं होगा।

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