मध्य प्रदेश के 20 जिलों तक पहुंचा कोरोना
कोविड-19 मध्य प्रदेश के 20 जिलों तक पहुंचा कोरोना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना का दायरा एक बार फिर बढ़ने लगा है। एक तरफ कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के प्रभावित मरीज सामने आए हैं तो वहीं दूसरी ओर 20 जिलों में मरीज पाए गए हैं। कोरोना की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए राज्य में हर स्तर पर तैयारी चल रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज मंत्रालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कलेक्टर-कमिश्नर कॉन्फ्रेंस में कहा कि पड़ोसी राज्यों में कोरोना के प्रकरण बढ़ रहे हैं। लगभग सभी जगह केस बढ़ रहे हैं। हमको इसके नियंत्रण के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 307 नये केस आए हैं। चारों महानगरों में केस आ रहे हैं। अब धीरे-धीरे सभी जगह फैलने की संभावना है। हमारी रणनीति है कि यदि घर में जगह नहीं है तो रोगी को हॉस्पिटल में एडमिट करें। सभी प्रभारी मंत्री इस ओर ध्यान दें। कोविड केयर सेंटर तैयार करें। जिलों में एक-एक कोविड केयर सेंटर की तैयारी करें। होम आयसोलेशन के मरीज को सावधानी रखने के लिए क्या करना चाहिए, इसकी समझाइश दी जाए। प्रदेश में ओमिक्रॉन के 9 केस आए हैं, जो सभी स्वस्थ हो गए हैं।
मुख्यमंत्री चौहान ने इंदौर कलेक्टर को कोरोना नियंत्रण की रणनीति के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। कोविड केयर सेंटर, फीवर क्लीनिक एक्टिव करने, टेस्ट करने आदि के संबंध में निर्देश दिए गए। सबसे ज्यादा सतर्कता और चुनौती इंदौर की ही है। केस तेजी से बढ़ेंगे, व्यवस्थाएं चाक-चौबंद रहें। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अन्य सभी कलेक्टर भी पूरी तैयारी कर व्यवस्थाएं दुरुस्त रखें। अपनी तरफ से कोई कमी नहीं रहने दी जाए। कोविड क्राइसिस मैनेजमेन्ट कमेटियों की बैठक करायें। प्रदेश में पात्र व्यक्तियों को अब तक 94.8 प्रतिशत प्रथम डोज तथा 91 प्रतिशत को सेकेण्ड डोज लगी है। लगातार वैक्सीनेशन जारी रहे।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि 15 से 18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारी कर लें। एक साथ सभी शहरों में वैक्सीनेशन करें। युद्ध स्तर पर तेजी से 03 जनवरी से वैक्सीनेशन करना है। महाअभियान के रूप में 15 से 18 वर्ष के बच्चों का वैक्सीनेशन करें। प्राथमिकता के साथ इस कार्य में जुट जायें। 60 वर्षीय व्यक्तियों को बूस्टर डोज उनकी च्वाइस पर निर्भर है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि फीवर क्लीनिक चालू कराये जायें। अभी 20 जिलों में एक्टिव केस हैं। क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठकें जहां नहीं हुई हैं, वहां जल्द कराई जाये। प्रभारी मंत्रियों से जानकारी ली जाए। आमजन को फेस मॉस्क के लिए प्रेरित किया जाए। रोको-टोको अभियान जारी रहे। अनावश्यक भीड़ वाले आयोजनों से बचा जाए।
(आईएएनएस)