विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष पद के चुनाव में ही विवाद
चंद्रपुर विवाद मुक्त समिति के अध्यक्ष पद के चुनाव में ही विवाद
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। कोरपना तहसील के नांदा में महात्मा गांधी विवादमुक्ति समिति अध्यक्ष के चुनाव और विविध विषयों को लेकर सांस्कृतिक भवन नांदा फाटा में ग्रामसभा आयोजित की गई। इस दौरान एक गुट की ओर से प्रफुल बोढाले और दूसरे ने भास्कर लोहबडे को उम्मीदवार बनाया। अध्यक्ष चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने के बाद भवन का प्रवेशद्वार बंद कर दिया गया, लेकिन कुछ लोगों ने प्रवेशद्वार खोलने का प्रयास किया। इसके चलते धक्कामुक्की के बाद जमकर लात घूंसे, एक दूसरे पर कुर्सी से मारपीट की। जिसमें अनेक लोग घायल हो गए। अंत में गडचांदूर पुलिस ने देर रात तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और एसडीपीओ ने चेतावनी दी है, लेकिन विवादमुक्ति समिति अध्यक्ष के चुनाव के दौरान ही भारी हंगामा और विवाद देखा गया है। कोरम के अभाव में सभा स्थगित कर 17 नवंबर को पुन: सभा आयोजित की गई। सभा के दौरान
दोनों गुटों की ओर से अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा के बाद चुनावी प्रक्रिया के दौरान दोनों गुटों के बीच जमकर लात घूंसे चले एक दूसरे पर कुर्सियों फेंकी गई।
स्थिति को नियंत्रण से बाहर जाते देख स्थानीय प्रशासन ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची गडचांदूर पुलिस ने देर रात दो गुटों के बयान के बाद हारुण सिद्दीकी, मुन्ना सिद्दीकी, आलम खान, चंद्रप्रकाश बोरकर, निनाद बोरकर, पवन मोरया, नितेश लोबले के खिलाफ धारा 323, 504, 506 के तहत अदखलपात्र मामला दर्ज कर सभी को नोटिस देकर गडचांदूर एसडीपीओ के सामने पेश किया गया। एसडीपीओ ने सभी को चेतावनी देकर छोड़ दिया है।
गांव में होने वाले विवाद का निपटारा गांव में ही करने के उद्देश्य से विवादमुक्ति समिति अध्यक्ष तथा समिति चुनाव के दौरान उठा विवाद पुलिस प्रशासन तक न पहुंचे गांव में शांति और व्यवस्था अबाधित रखने के उद्देश्य होने के बावजूद अध्यक्ष चुनाव के दौरान ही मारपीट होना गांव के नाम को कालिख पोतने, नाम बदनाम होने का डर दोनों गुट भूल गए। अध्यक्ष पद के चुनाव में मतदाता सूची में नाम शामिल रहने वालों को ही प्रवेश दिया जाता है, लेकिन अनेक युवक जिनका सूची में नाम नहीं है ऐसे युवाओं की उपस्थिति की वजह से झगड़े को अलग रूप मिलने की चर्चा लोगों में शुरू हो गई है।
हाल ही में नांदा ग्राम पंचायत का चुनाव हुआ था जिसमें मतदाताओं ने ग्राम विकास अघाड़ी के उम्मीदवारों को विजयी बनाया था और एक समूह को केवल दो सीटों पर संतोष करना पड़ा था, इसलिए ऐसा लगता है कि, विवादमुक्त समिति अध्यक्ष के चुनाव के दौरान यह स्थिति उत्पन्न हुई है। मारपीट में ग्रापं के पदाधिकारी भी पीछे नहीं रहे। उनके द्वारा इस प्रकार का अशोभनीय कृत्य भविष्य में न हो इसके लिए स्थानीय प्रशासन को ध्यान देना होगा। अंत में स्थानीय और पुलिस प्रशासन की मध्यस्थता से चुनावी प्रक्रिया पूरी की। जिसमें भास्कर लोनबले 22 वोटों से विजयी हुए। उनके विवादमुक्ति समिति के अध्यक्ष चुने जाने पर ग्रामवासियों ने उनका अभिनंदन किया है।