दुखद: नहीं रहे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव, कोरोना वायरस से थे संक्रमित

दुखद: नहीं रहे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव, कोरोना वायरस से थे संक्रमित

Bhaskar Hindi
Update: 2021-05-16 05:14 GMT
दुखद: नहीं रहे कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव, कोरोना वायरस से थे संक्रमित

डिजिटल डेस्क, मुंबई। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव अब हमारे बीच नहीं रहे। पिछले कई दिनों से कोरोना संक्रमण से जंग लड़ रहे राजीव ने आज (रविवार) अंतिम सांस ली। 46 वर्षीय राजीव 22 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पिछले कई दिनों से उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। आखिरकार राजीव सातव कोरोना से जंग हार गए। 

राजीव के निधन की खबर मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, "मुझे अपने दोस्त राजीव सातव को खोने का दुख है। वो विशाल क्षमता वाले नेता थे, जिन्होंने कांग्रेस के आदर्शों को मूर्त रूप दिया था। ये हम सभी के लिए बहुतबड़ी क्षति है "

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा, "राजीव सातव के रूप में हमने अपना एक प्रतिभाशाली साथी खो दिया। वो दिल के साफ, ईमानदार, कांग्रेस के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध और भारतीयों के प्रति समर्पित थे। मेरे पास शब्द नहीं हैं। बस उनकी पत्नी और बच्चों के लिए प्रार्थना हैं। उन्हें उनके बिना आगे बढ़ने की शक्ति मिले"

कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, "निशब्द! आज एक ऐसा साथी खो दिया जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा और आज तक साथ चले पर आज...राजीव सातव की सादगी, बेबाक़ मुस्कराहट, ज़मीनी जुड़ाव, नेत्रत्व और पार्टी से निष्ठा और दोस्ती सदा याद आयेंगी। अलविदा मेरे दोस्त! जहां रहो, चमकते रहो!!"

राहुल गांधी के बेहद करीब थे राजीव

  • राजीव सातव की गिनती कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती थी
  • राजीव को राहुल गांधी का करीबी भी माना जाता था
  • राजीव सातव महाराष्ट्र से आते थे।
  • वो विधायक से लेकर लोकसभा और राज्यसभा के सांसद तक रह चुके थे
  • राजीव का जन्म 21 सितंबर 1974 को महाराष्ट्र के पुणे में हुआ था
  • वो महाराष्ट्र में कांग्रेस का बड़ा चेहरा थे
  • राजीव 2008 से 2010 तक महाराष्ट्र युवा कांग्रेस और 2010 से 2014 तक युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके थे
  • राजीव पहली बार 2009 से 2014 तक महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्य रहे
  • 2014 में हिंगोली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीते
  • राजीव को अप्रैल 2020 में उन्हें राज्यसभा सांसद चुना गया था

 

 

सातव के निधन पर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शोक जताया है। राज्यपाल ने कहा कि सातव में नेतृत्व के गुण और संगठन कौशल्य था। उनका जनसंपर्क भी व्यापक था। दुर्भाग्य से एक बड़ी क्षमता वाला नेता हमारे बीच नहीं रहा। 

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी सातव के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सातव ने राजनीतिक संबद्धता से परे जाकर दोस्त बनाए। उनका संसदीय प्रणाली पर दृढ विश्वास और अध्ययन शील नेतृत्व के रूप में उल्लेख होता था। 

प्रदेश के राजस्व मंत्री बालासाहब थोरात ने कहा कि कांग्रेस के विचारों में गहरी श्रद्धा और उज्जवल भविष्य में समर्पित नेता को पार्टी ने खोया है। 

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि हमने एक युवा, सक्षम और महान नेतृत्व को खो दिया। उनकी कांग्रेस के विचारों पर प्रचंड श्रद्धा और निष्ठा थी। 

प्रदेश के सार्वजनिक निर्माण कार्य मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस ने एक प्रतिभाशाली नेतृत्व को खोया है। उन्होंने कम समय में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की थी। उनसे देश और कांग्रेस को बड़े योगदान की अपेक्षा थी। 

शिवसेना सांसद संजय राऊत ने ट्वीट कर कहा कि सातव यह आपने क्या किया। राष्ट्रीय राजनीति में आपके बहुत उम्मीदें थीं। आपका निधन बहुत दुखदायी है।  

पंचायत समिति से राज्यसभा सदस्य तक का सफर

मराठवाड़ा के हिंगोली जिले से आने वाले सातव कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के बेहद करीबी थे। सातव गुजरात प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भी थे। वे मार्च 2020 में महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वे साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के बावजूद हिंगोली सीट से निर्वाचित हुए थे। उन्होंने साल 2009 में हिंगोली के कलमनुरी सीट से विधानसभा चुनाव जीता था। सातव ने यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली थी। वे हिंगोली में जिला परिषद सदस्य और कलमनुरी पंचायत समिति के सदस्य भी थे। 

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