चुनाव पर कंप्यूटर बाबा की भविष्यवाणी, कहा- मप्र में नहीं जीतेगी बीजेपी 

चुनाव पर कंप्यूटर बाबा की भविष्यवाणी, कहा- मप्र में नहीं जीतेगी बीजेपी 

Bhaskar Hindi
Update: 2018-11-15 11:25 GMT
चुनाव पर कंप्यूटर बाबा की भविष्यवाणी, कहा- मप्र में नहीं जीतेगी बीजेपी 
हाईलाइट
  • 23 नवंबर को किया जा रहा है नर्मदा संसद का आयोजन
  • कंप्यूटर बाबा ने मध्य प्रदेश सरकार का मठ
  • मंदिर और नर्मदा विरोधी सरकार बताया
  • बाबा ने कहा
  • राम मंदिर भी नहीं बनाएगी भाजपा सरकार

डिजिटल भोपाल। मध्यप्रदेश की शिवराज सिंह सरकार में राज्यमंत्री का दर्जा लेने वाले कंप्यूटर बाबा शिवराज सरकार से बेहद नाराज नजर आ रहे हैं। हाल ही में बाबा ने शिवराज सरकार के बारे में कहा कि, मध्य प्रदेश सरकार मठ, मंदिर और नर्मदा विरोधी सरकार है और भाजपा सरकार इस बार विधानसभा चुनाव में नहीं जीतेगी। राम मंदिर के बारे में किए गए सवाल पर बाबा ने कहा कि, भाजपा राम मंदिर भी नहीं बनाएगी। राम मंदिर के नाम पर भाजपा चुनाव लड़ती है और सत्ता तक पहुंने के बाद राम मंदिर का जिर्क भी नहीं करती। मंदिर के बजाय करोड़ों रुपये खर्च कर शिवराज सरकार ने अपने बड़े-बड़े कार्यालय बनवा लिए हैं। 

बुधवार शाम को ऐंचोड़ा कम्बोह गांव में आयोजित कल्कि महोत्सव में पहुंचे कंप्यूटर बाबा ने कहा कि, जब वह नर्मदा घोटाला यात्रा निकाल रहे थे। तब शिवराज सिंह ने उन्हें व अन्य संतों को नर्मदा का काम सौंपने की बात कहकर मंत्री बनाने की बात कही थी। बाबा ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश चुनाव में अब उथल-पुथल का माहौल है। शिवराज सरकार इस बार विधानसभा चुनाव में हारने वाली है, क्योंकि यह धर्म विरोधी सरकार है। जब भी चुनाव आते हैं तो बीजेपी सरकार धर्म का मुखौटा पहन लेती है। मंदिर की बात करते हैं, नर्मदा की बात करते हैं, गाय की बात करते हैं लेकिन सरकार बन जाने के बाद अपनी कही इन सभी बातों से पलट जाते हैं। 

कंप्यूटर बाबा ने शिवराज सरकार पर आरोप लगाया है कि, इन्हीं की पार्टी के लोग नर्मदा को बेचकर खा गए हैं और आज भी वहां अवैध खनन बीजेपी सरकार ही कर रही है। मध्यप्रदेश में गाय की दुर्दशा है, तमाम गाय सड़क पर पड़ी रहती हैं। संतों की कुटियां तोड़ी जा रही हैं। चाहे वह ओंकारेश्वर हो या चित्रकूट। इसलिए अब संत समाज ने फैसला कर लिया है कि, वो अब अपने मन की बात करेंगे। अभी तक मुख्य शहरों में मन की बात की, सरकार को उखाड़कर फेंकने की बात की है। अब नर्मदा संसद का आयोजन 23 नवंबर को किया जा रहा है। इस आयोजन में हजारों संत इकटठा होंगे। वहीं से नर्मदा घोटाला को लेकर आह्वान किया जाएगा। ध्यान रहे की चुनाव से कुछ दिन पहले बाबा सरकार से नाराज हो गए थे और मंत्री दर्जा लौटा दिया था।

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