चुनावी रंजिश बढ़ीं, छुई खदान में भिड़े कार्यकर्ता, गोली चली, एक घायल
चुनावी रंजिश बढ़ीं, छुई खदान में भिड़े कार्यकर्ता, गोली चली, एक घायल
डिजिटल डेस्क, जबलपुर। छुई खदान क्षेत्र में पूर्व विधानसभा के भाजपा एवं कांग्रेस कार्यकर्ता देर रात आपस में भिड़ गए। इस दौरान गोली भी चलने की जानकारी मिली है। झगड़े में एक भाजपा कार्यकर्ता देवेन्द्र घायल हो गया। चुनाव को लेकर हुई इस भिड़ंत के बाद भीड़ जमा हो गई। यह सब इतनी जल्दी में हुआ कि क्षेत्र में भगदड़ की स्थिति बन गई। कार्यकर्ताओं ने अपने साथियों को बुला लिया और भाजपा कार्यकर्ता सिविल लाइन थाने पहुँच गए। रात सवा 12 बजे के करीब हुई इस घटना के बाद पुलिस ने पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी शुरू कर दी। देर रात तक सिविल लाइन थाने में हँगामा होता रहा। हमला करने वाले भाग खड़े हुए। इसी बीच पुलिस अधीक्षक अमित सिंह को सूचना मिली तो वे भी सिविल लाइन थाने पहुँच गए। पुलिस का एक दल मारपीट करने वालों की तलाश में रवाना कर दिया गया है।
बिजली के खंभे में झंडा लगाने पर एफआईआर
गोहलपुर थाना क्षेत्र में पूर्व विधानसभा क्षेत्र अमखेरा की नईबस्ती नम्बर वन में सोनू स्वीट्स के सामने कांग्रेस का झंडा एवं उसमें प्रत्याशी का नाम और चुनाव चिन्ह अंकित होने पर सम्पत्ति विरूपण निवारण अधिनियम का मामला दर्ज किया गया है।त यह झंडा बिजली के खंभे पर लगा हुआ था। इस मामले में अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में एफएसटी दल क्रमांक 4 के प्रभारी जितेन्द्र कुमार मैत्रा ने गोहलपुर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।
कांग्रेस प्रत्याशी समेत अन्य पर प्रकरण दर्ज
सोमवार को चुनाव प्रचार थमने के बावजूद अपने समर्थकों के साथ प्रचार-प्रसार करने के आरोप में पूर्व विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस प्रत्याशी लखन घनघोरिया समेत अन्य लोगों के खिलाफ हनुमानताल पुलिस ने आचार संहिता का उल्लंघन करने का प्रकरण दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार एफएसटी दल को सूचना मिली थी कि कांग्रेस प्रत्याशी लखन घनघोरिया निर्धारित समय सीमा के बावजूद अपने समर्थकों के साथ ठक्कर ग्राम वार्ड में घूमकर प्रचार कर रहे हैं, लिहाजा एफएसटी दल की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई। इसी तरह प्रेमसागर इलाके में पर्ची बाँटने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ भी पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। इस मामले में पुलिस को सूचना मिली थी कि पैसे बाँटे जा रहे हैं, लेकिन जब पुलिस पहुँची तो युवक पर्चियाँ छोड़कर भाग निकले थे।