कोलामार्का अभयारण्य का नागरिकों ने जताया विरोध 

गड़चिरोली कोलामार्का अभयारण्य का नागरिकों ने जताया विरोध 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-25 13:29 GMT
कोलामार्का अभयारण्य का नागरिकों ने जताया विरोध 

डिजिटल डेस्क, सिरोंचा (गड़चिरोली)। सिरोंचा वनविभाग के तहत आने वाले अहेरी तहसील के कमलापुर वन परिक्षेत्र के कोलामार्का आरक्षित वनक्षेत्र को सरकार ने हाल ही में 6 जून को अभयारण्य का दर्जा दिया, लेकिन अब सरकार के इस फैसले के खिलाफ क्षेत्र के ग्रामीण एकजुट हो गए हैं। अभयारण्य का दर्जा तत्काल रद्द करने की मांग का प्रस्ताव ग्रामीणों ने पारित किया है। जिसे जिलाधिकारी के जरिए राज्य सरकार को भिजवाया गया है। ग्रामीणों का कहना है कि, अभयारण्य बनने के बाद इस वनक्षेत्र से कोई भी आदिवासी वनाेपज का संकलन नहीं कर पाएंगे। जिससे उनके गुजर-बसर पर असर पड़ेगा।

अहेरी तहसील के कमलापुर, दामरंचा, मांडरा, कुरूमपल्ली और वेड़मपल्ली गांवों के नागरिकों ने कोलामार्का अभयारण्य का विरोध किया है। जिलाधिकारी को भिजवाए गए ज्ञापन में ग्रामीणों ने बताया कि, क्षेत्र में किसी प्रकार का रोजगार उपलब्ध नहीं है। यहां की अधिकांश आबादी आदिवासियों की है। सदियों से यह आदिवासी वनों पर निर्भर होकर इसी से उनका गुजर-बसर चलता आ रहा है। 

कोलामार्का अभयारण्य में तोंडेर, चिटवेली और चिंतारेव गांव का समावेश है। तेंदू पत्ता संकलन, बांस कटाई से इन गांवों के लोगों को रोजगार उपलब्ध होता है, लेकिन अभयारण्य बनने के बाद ग्रामीणों का रोजगार पूरी तरह बंद होगा। ग्रामीणों पर बेरोजगारी की मार पड़ेगी। इसी कारण इस अभयारण्य का विरोध किया जा रहा है। अभयारण्य का दर्जा रद्द न करने पर तीव्र आंदोलन करने की चेतावनी समाजोन्नति अन्याय भ्रष्टाचार निवारण समिति के जिलाध्यक्ष संतोष ताटीकोंडावार ने दी है। 
 

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