अनुभूति के माध्यम से बच्चों ने की अनुभूति, जंगल जंगल की सैर
दमोह अनुभूति के माध्यम से बच्चों ने की अनुभूति, जंगल जंगल की सैर
डिजिटल डेस्क दमोह जंगल ,जानवर, जमीन और पर्यावरण की परिभाषा एवं महत्व को स्कूली छात्र छात्राओं ने नजदीक से देखा का महत्व भी समझा। दमोह जिला मुख्यालय से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है हथिनी रोपड़ीं में नगर के बड़ी संख्या में छात्र छात्राओं ने पहुंच कर वन और पर्यावरण के विषय में जानकारी हासिल की। ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा इको पर्यटन विकास बोर्ड भोपाल के निर्देश पर अनुभूति नामक योजना का संचालान किया जा रहा है। इस योजना में विद्यालय में छात्र छात्राओं को वन पर्यावरण जानवर के महत्व को विस्तार से बताया जाता है। दमोह रेंज के अंतर्गत आने वाली हथिनी रोपड़ीं में इसी विषय को लेकर छात्र छात्राओं को जानकारी दी गई दिन भर यह कार्यक्रम चला जिसमें छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। जंगल में ही गीत संगीत के साथ ज्ञानवर्धक उद्बोधन और बेहतर प्रस्तुति देने वालों को पुरस्कार भी दिए गए। मुख्य अतिथि सीसीएफ सागर अमित दुबे, डीएफओ दमोह महेंद्र उईके, रेंजर महिपाल सिंह, मास्टर ट्रेनर आर.आर. प्यासी ने उपस्थित बच्चों को संबोधित किया एवं जंगल जानवर पर्यावरण और जमीन का महत्व बताया। छात्र-छात्राओं के मन में उपजने वाले प्रश्नों के उत्तर भी दिए गए तथा प्रमाण पत्रों का भी वितरण किया गया। ज्ञात हो कि ढाई सौ हेक्टेयर वन क्षेत्र हथनी रोपनी का है यहां पर लगभग ढाई लाख सागौन के वृक्ष लगे हुए हैं वहीं अन्य वृक्ष भी हैं। दमोह रेंजर महिपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया प्रत्येक रेंज में इस प्रकार के दो कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। हथिनी रोपनी में नीलगाय ,काला हिरण, शीतल सियार, मोर एवं विभिन्न प्रकार की तितलियां है। इस अवसर पर प्रेम लाल अहिरवार परिचय सहायक पूर्व क्षेत्र दमोह, तनवीर खान परिचय सहायक दमोह, रागनी पाठक वनरक्षक, लच्छू अहिवार,वरुण चौबे ,लक्ष्मी कांत मिश्रा, शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय एवं शासकीय महारानी लक्ष्मीबाई कन्या शाला के छात्र-छात्राएं तथा संबंध विभाग के अधिकारी कर्मचारियों की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षक आरपी सिंह ने किया।