रूढीवादिता के चलते प्रसव कक्ष से भागी प्रसव पीडिता

सलेहा रूढीवादिता के चलते प्रसव कक्ष से भागी प्रसव पीडिता

Bhaskar Hindi
Update: 2023-03-14 06:32 GMT
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!

डिजिटल डेस्क,सलेहा नि.प्र.। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलेहा अंतर्गत ग्राम पथरहा निवासी संत कुमारी आदिवासी पति इंद्रपाल आदिवासी 21 वर्ष के परिजन गत दिवस 13 मार्च को रात्रि ०1:30 बजे निजी वाहनों से उपचार कराने के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलेहा लाए हुए थे। जिसका उपचार स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा किया गया और उसकी स्थिति को देखते हुए जिला चिकित्सालय पन्ना एवं सतना ले जाने के लिए रेफर किया गया। जिसको लेकर परिजनों द्वारा कहा गया कि जिला चिकित्सालय में उपचार सुचारू रूप से नहीं किया जाता जिससे वहां पर शिशु एवं महिला की प्रसव के दौरान मृत्यु हो जाती है। जिस पर चिकित्सक द्वारा उसे समझाइश देने का प्रयास किया गया लेकिन वह 13 मार्च की सुबह बिना बताए प्रसव कक्ष से पीडिता बाहर चली गई। जिसकी जानकारी जैसे ही स्वास्थ्य विभाग को लगी स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुलिस प्रशासन एवं एसडीएम गुनौर को सूचना देकर अवगत कराया गया कि प्रसव पीड़ा से पीडित महिला बिना बताए एवं छुट्टी लिए स्वास्थ्य केंद्र से बाहर चली गई है।

जिस पर पुलिस एवं स्वास्थ्य विभाग सलेहा की टीम द्वारा उक्त पीडिता की सलेहा के विभिन्न स्थानों पर तलाश की गई। जिसमें पाया गया कि पीडित महिला द्वारा प्राइवेट ऑटो से अपने घर की ओर जा रही थी जिस पर सहायक उपनिरीक्षक शिवेंद्र सिंह एवं डॉ. अजय चौधरी द्वारा उसको समझाइश देकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सलेहा पुन: लाया गया। जिस पर उसके द्वारा कहा गया कि हम अस्पताल में अपना प्रसव नहीं कराना चाहते हम अपने घर जाकर देवता की पूजा आराधना करते हैं जिससे हमारे घरों में प्रसव आसानी से हो जाते है और जिला अस्पतालों में हम लोगों के साथ काफी बुरा बर्ताव होता है जिससे हम वहां पर प्रसव कराना नहीं चाहते लेकिन स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा काफी मशक्कत एवं मेहनत करके पुन: एक बार प्रसव कक्ष में भर्ती कराया गया और सफलतापूर्वक महिला का प्रसव कराया गया। जिस पर उसका बेटा स्वस्थ रुप से जन्म ले सका। समाज में आज भी रूढिवादिता के चलते बहुत से ग्रामीण अंचलों की महिला प्रसव कराने स्वास्थ्य केंद्र नहीं आ पाती और अनहोनी घटना हो जाती हैं। पुलिस प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग की सजगता के चलते प्रसव पीडिता का सफलतापूर्वक प्रसव कराया गया।

इनका कहना है 
समाज में आज भी बहुत से लोग रूढिवादिता को मानते हैं जिसके चलते वह उपचार कराने स्वास्थ्य केंद्र नहीं आ पाते।
डॉ. अजय चौधरी 
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी सलेहा 

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