भागवत के धर्मांतरण मुद्दे पर छग के मुख्यमंत्री बोले- जाति नहीं बदल सकते,लेकिन धर्म चुनने का अधिकार सबको है
छत्तीसगढ़ भागवत के धर्मांतरण मुद्दे पर छग के मुख्यमंत्री बोले- जाति नहीं बदल सकते,लेकिन धर्म चुनने का अधिकार सबको है
डिजिटल डेस्क , रायपुर। दो दिनी छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने जशपुर में धर्मांतरण पर चिंता जताई थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस पर अपने विचार रखते हुए कहा ‘धर्म बदलने में उन्होंने कोई आपत्ति नहीं जताई, बशर्ते ये जबरिया न हो।’ मुख्यमंत्री ने धर्मांतरण के मुद्दे पर मसले पर बयान देते हुए कहा ‘जाति तो बाय बर्थ मिलती है। उसे बदल नहीं सकते। जिस जाति में जन्म लिए उसी परिवेश में रहते हैं,उसे बदल नहीं सकते। लेकिन धर्म चुनने का अधिकार सबको है।’ उन्होंने कहा आज राजतंत्र नहीं प्रजातंत्र है औा प्रजातंत्र में धर्म चुने का अधिकार सबको है। श्री बघेल ने कहा, मोहन भागवत धर्म परिवर्तन पर न बोलें। उन्हें पूर्व सीएम रमन सिंह से जानकारी लेनी चाहिए कि उनके शासन (2003 से 2018) में कितनी चर्च बनीं।
भागवत ने यह कहा था
जशपुर में दिलीप सिंह जुदेव की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद एक सभा में मोहन भागवत धर्मांतरण पर बगैर किसी का नाम लिए आदिवासियों से कहा था कि ‘हमारे भोलेपन का लाभ लेकर ठगने वाले लोगों से सावधान रहना है। ठगने वाले बहुत लोग हैं। अब हमको जागना है. अपने देश, धर्म के लिए पक्का रहना है। हमें अपने 16 संस्कारों और देवी-देवताओं को नहीं भूलना है। दिलीप सिंह जूदेव की तरह काम करना है। ये मेरे लिए भी है, सारी बातें मेरे मन में भी है।’
भाजपा की गलती सुधारने विशेष सत्र
आगामी विधानसभा सत्र को लेकर मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि प्रदेश में आरक्षण की समस्या भाजपा की वजह से खड़ी है। भाजपा के गलत कदम उठाए जाने की वजह 58 परसेंट आरक्षण हुआ कोर्ट में वो सपोर्टिंग दस्तावेज नहीं दे सके। अब उनकी गलती को सुधारने के लिए विशेष सत्र बुलाया जा रहा है।