दुनिया में सबसे अधिक बाघ चंद्रपुर में
चंद्रपुर दुनिया में सबसे अधिक बाघ चंद्रपुर में
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। देश में बाघों की घटती संख्या चिंता का विषय है लेकिन चंद्रपुर जिले में 2014 में बाघों की संख्या 190 थी, अब यह लगभग 312 से अधिक हो गई है। संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों में से 14 देशों में बाघ है। लेकिन दुनिया में सबसे ज्यादा बाघ मेरे क्षेत्र में हैं, इसका अभिमान है। उक्त विचार मंत्री और जिले के पालकमंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने व्यक्त किये। वन अकादमी में भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला के समापन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वे बोल रहे थे।
मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि मानव-वन्यजीव संघर्ष पर सामूहिक चिंतन की आवश्यकता है। भारत में हर देवी-देवता के साथ एक वन्यप्राणी है। यानी वन्यजीव यह भगवान का रूप है, इस बात को ध्यान में रखकर काम करें। वन विभाग की नौकरी सिर्फ आपके परिवार के लिए नहीं, तो ईश्वर द्वारा बनाई गई सृष्टि की रक्षा करने की जिम्मेदारी आप पर है। वन मंत्री के रूप में, जंगली पशुओं के हमलों में मारे गए परिवारों के लिए 20 लाख रुपए का प्रावधान किया है। साथ ही डा. श्यामाप्रसाद मुखर्जी वनजन योजना का दायरा भी बढ़ाया है। वन विभाग द्वारा 72 करोड़ तेंदूपत्ता बोनस दिया गया है। आगे मंत्री मुनगंटीवार नेे बताया कि, भगवान सृष्टि का निर्माता है। इस सृष्टि में प्रत्येक तत्व का विशेष महत्व है। जल, जंगल, जमीन, वन्यजीव आदि की सेवा हमारे हाथों से होती है, यह वन कर्मचारियों के लिए अभिमान की बात है। एक प्रकार से वनविभाग में सेवा देना ईश्वरीय कार्य है। इस समय मंच पर वन अकादमी के संचालक एम.एस.रेड्डी, निवृत्त प्रधान मुख्य वनसंरक्षक नितिन काकोडकर आदि उपस्थित थे।
कार्यशाला में कन्याकुमारी से कश्मीर और कामरूख से कच्छ तक फैले देश के भारतीय वनसेवा के अधिकारी उपस्थित थे। राज्य के वन मंत्री और जिले का पालकमंत्री के रूप में मैं सबसे पहले सभी का स्वागत करता हूं, यह कहते हुए मुनगंटीवार ने कहा, तीन दिनों में यहां विभिन्न विषयों पर चिंतन, मंथन और चर्चा हुई होगी। इस कार्यशाला का उपयोग अपने-अपने राज्यों में वन विभाग की सेवा देते समय अधिकारीयों को करनी चाहिए। इससे पहले भारतीय वन्यजीव संरक्षण संस्था और चंद्रपुर वन अकादमी के बीच हुए समझौता करार और पत्रिका का वनमंत्री सुधीर मुनगंटीवार द्वारा विमाेचन किया गया।
वन अकादमी में देशभर के भारतीय वन सेवा के अधिकारियों के लिए तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें गुजरात, कर्नाटक, ओरीसा, हिमाचल प्रदेश, सिक्कीम, केरल, राज्यस्थान, उत्तराखंड बिहार आदि 13 राज्यों के अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम की प्रस्तावना वन अकादमी के संचालक एम.एस. रेड्डी ने रखी। संचालन अतिरिक्त संचालक (प्रशिक्षण) पियुषा जगताप ने किया। कार्यक्रम में ताड़ोबा-अंधारी बाघ प्रकल्प के क्षेत्रीय संचालक जीतेंद्र रामगावकर, उपवनसंरक्षक श्वेता बोडू, अपर संचालक (मुख्यालय) प्रशांत खाडे, अपर संचालक (प्रशासन) अविनाश कुमार उपस्थित थे।