बसपा की प्रभाव क्षेत्र में बढ़ी हलचल, मिशन महापौर का लक्ष्य
मनपा चुनाव की तैयारी बसपा की प्रभाव क्षेत्र में बढ़ी हलचल, मिशन महापौर का लक्ष्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। मनपा चुनाव की तैयारी के तहत बसपा में संगठन स्तर पर हलचल बढ़ने लगी है। पिछले चुनावों में वह प्रभाव दिखाती रही है। लिहाजा इस बार प्रभाव क्षेत्र में सबसे अधिक फोकस किया जा रहा है। मिशन महापौर के लक्ष्य के साथ बसपा ने चुनाव रणनीति पर काम करना शुरू किया है। गौरतलब है कि मनपा में बसपा भले ही सत्ता में नहीं है, लेकिन बीते दो दशक से वह अपना प्रभाव दिखाती रही है। मनपा में वह लगातार तीसरे क्रमांक की पार्टी बनी हुई है। राज्य सत्ता में शामिल राकांपा व शिवसेना भी मनपा में बसपा से पिछड़ते रही है। इस स्थिति का बसपा लाभ लेना चाहती है। फिलहाल मनपा में 151 सदस्यों में से 108 सदस्य भाजपा के हैं। कांग्रेस के 29, बसपा 10, शिवसेना 2 व राकांपा के 2 सदस्य हैं। मनपा की राजनीति में 2002 में बसपा का उदय हुआ। उस चुनाव में बसपा के 12 नगरसेवक चुने गए थे। उस चुनाव के परिणाम ने बसपा का उत्साह ऐसे बढ़ाया कि 2004 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में बसपा ने पूर्व विदर्भ में काफी प्रभाव दिखाया।
प्रभाव दिखाती रही पार्टी
लोकसभा चुनाव में नागपुर, रामटेक, भंडारा, चंद्रपुर में बसपा 50 हजार से 1 लाख मत पाने वाली पार्टी बनी। कहा जाने लगा कि कांग्रेस के परंपरागत मतों में बसपा ने गहरी सेंध लगाई है। हालांकि बाद में लोकसभा व विधानसभा के चुनावों में बसपा का प्रदर्शन कम होता गया। लेकिन मनपा में उसका प्रभाव कायम रहा। स्थिति यह रही कि बसपा के प्रभाव वाले क्षेत्र में सत्ताधारी भाजपा के उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे। 2017 के चुनाव में भाजपा एकतरफा जनाधार के साथ सत्ता में लाैटी। लेकिन उस स्थिति में भी बसपा का प्रभाव कायम रहा। बसपा के 10 उम्मीदवार जीते। 23 स्थानों पर वह दूसरे स्थान पर रही। 15 स्थानों पर तीसरे स्थान पर रही। उत्तर नागपुर के प्रभाग 6 में उसके चारों उम्मीदवार जीत गए। प्रभाग 5 में भी 4 में से 3 उम्मीदवार जीते। प्रभाग 33 में 3 उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे। प्रभाग 1, प्रभाग2 प्रभाग 3 में भी उसके उम्मीदवारों ने काफी मत लिए। इस बार एक वार्ड एक नगरसेवक पद्धति से चुनाव होेंगे। ऐसे में बसपा का उम्मीद है कि उसे पहले से अधिक सफलता मिलेगी।
हो रही है समीक्षा
बसपा ने मिशन महापौर के लक्ष्य के साथ चुनाव तैयारी की है। प्रदेश अध्यक्ष संदीप ताजने व अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों में संगठन कार्य की समीक्षा हो रही है। युवा व विविध समाज के प्रभावशाली कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी है। संगठन की भाईचारा समितियों को सक्रिय किया गया है। - नागोराव जयकर, जिला प्रभारी बसपा