चुनाव के लिए भाजपा का अड़ियल रवैया जिम्मेदार : सांसद सुले
आरोप चुनाव के लिए भाजपा का अड़ियल रवैया जिम्मेदार : सांसद सुले
डिजिटल डेस्क, चंद्रपुर। राज्य में राज्यसभा की 6वीं सीट के लिए चुनाव नहीं होते अगर भाजपा अड़ियल रवैया नहीं अपनाती। चुनाव के लिए भाजपा का यह रवैया ही जिम्मेदार होने का आरोप राकांपा नेता व सांसद सुप्रीया सुले ने लगाया है। उन्होंने कहा कि, महाविकास आघाड़ी के तीनों पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भाजपा नेताओं के साथ चर्चा की। चुनाव में कुछ अनुचित हो सकता है, इसकी कल्पना भी उन्हें दी गई। उम्मीदवार पीछे लेने का अनुरोध किया। बावजूद भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया है। सोमवार को चंद्रपुर दौरे पर आयीं सांसद सुले ने शाम को स्थानीय रेस्ट हाउस में पत्रकारों से विविध विषयों पर चर्चा की। उन्हांेने कहा कि, भारत एक खोज यह किताब पढ़ी है। कश्मीर से कन्याकुमारी सारा देश एक है, ऐसा कहते हुए अयोद्ध्या दौरे के प्रश्न को दरकिनार किया।
प्रदूषण की समस्या पर जताई चिंता: चंद्रपुर की प्रदूषण की समस्या पर चिंता व्यक्त करते हुए सांसद सूले ने पत्रकारों से प्रदूषण के बारे में जानकारी ली। इस दौरान नागरिकों का स्वास्थ्य खराब होते देख, इस पर उपाय योजना के रूप में थर्ड पार्टी ऑडिट करने की बात भी कही। वन व वन्यजीव प्रचुर मात्रा वाले चंद्रपुर में मानव-वन्यजीव संघर्ष पर उपाय योजना की जरूरत बताई। पत्र परिषद के बाद राकांपा पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं से मुलाकात की।
देशमुख पर नागपुर से लगाए गए आरोप
सांसद सुले ने कहा कि विदर्भ पर राकांपा ने विशेष ध्यान दिया। राज्य के मंत्रिमंडल ने महत्वपूर्ण गृह विभाग विदर्भ के अनिल देशमुख को सौंपा था, परंतु नागुपर से ही उन पर आरोप लगाए गए। उनके परिवार पर केंद्रीय विभाग द्वारा 100 से अधिक छापे डालने का दावा उन्होंने किया। यह विदर्भ पर दिल्ली का अन्याय है। पहली बार आरोप हुए तब देशमुख का इस्तीफा लिया गया। नबाव मलिक को भी उसी तरह से फंसाया गया, उनके मंत्री पद का इस्तीफा नहीं लिया है। सब कुछ षडयंत्र के तहत होने का दावा उन्होंने किया। सोशल मीडिया पर ट्रैक छोड़कर बोलने की किसी को जरूरत नहीं है अौर यह महाराष्ट्र की संस्कृति भी नहीं है। समाज में अनेक महत्वपूर्ण मुद्दे हंै। महंगाई, बेरोजगारी से लोग त्रस्त हो चुके हैं, उस पर बोलने की जरूरत होने की बात सांसद सुले ने कही। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि, मैं सांसद के रूप में समाधानी हूं। मुख्यमंत्री पद की शर्त में नहीं होने की बात कही। पत्र परिषद में राकांपा के नेता, चंद्रपुर के पदाधिकारी उपस्थित थे।