बीजेपी विधायक ने एसपी को दी धमकी- तुम लातों के भूत हो, लातों से मानते हो
बीजेपी विधायक ने एसपी को दी धमकी- तुम लातों के भूत हो, लातों से मानते हो
डिजिटल डेस्क, इलाहाबाद। उत्तर प्रदेश में एक बार फिर बीजेपी विधायक की दबंगई का मामला सामने आया है। इलाहाबाद में सीएम के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बीजेपी विधायक ने एक एसपी को जूते मारने की धमकी दी। एसपी की गलती सिर्फ इतनी थी कि वो विधायक को पहचान नहीं पाए। विधायक की धमकी वाला वीडियो भी वायरल हो गया है।
#WATCH: BJP MLA Harshvardhan Bajpayee threatening Superintendent of Police in Allahabad. MLA said, "Tum laaton ke bhoot ho, laaton se hi maante ho". SP had allegedly failed to recognise the MLA stopped him to enter premises where a meeting was being held by CM Yogi Adityanath. pic.twitter.com/jrVAhlvcgr
— ANI UP (@ANINewsUP) May 20, 2018
वीडियो में बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी इलाहाबाद के एसपी को धमकाते नजर आ रहे हैं। विधायक हर्षवर्धन कहते हैं, तुम लातों के भूत हो, लातों से ही मानते हो। बताया जा रहा है कि एसपी विधायक को नहीं पहचान पाए थे और उन्हें उस परिसर में जाने से रोक दिया था। जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बैठे हुए थे। सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम केशव मौर्य भी मौजूद थे। हालांकि वीडियो वायरल होने के बाद विधायक अब बैकफुट पर आ गए हैं। वो पुलिस अफसर को ही गलत ठहरा रहे हैं। वहीं इलाहाबाद के एसएसपी नितिन तिवारी ने इस मामले में जांच कराने की बात कही है।
दरअसल सीएम योगी आदित्यनाथ बाघंबरी गद्दी मठ पहुंचने वाले थे। मठ में सिर्फ संतों, मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों को जाने की इजाजत थी। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी भी पहुंचे। जैसे ही वो कार्यक्रम स्थल में प्रवेश करने लगे तो एसपी ने उन्हें जाने से रोक लिया। एसपी के रोकते ही विधायक आगबबूला हो गए और सरेआम एसपी को कहा, तुम लोग लातों के भूत हो, लातों से ही मानते हो, तुम लोग लातों की भाषा ही समझते हो।
मामला बढ़ता देख कुछ नेता बीजेपी विधायक हर्षवर्धन बाजपेयी को साथ ले गए। इससे पहले हर्षवर्धन बाजपेयी पर एक सब इंस्पेक्टर को फोन पर गाली देने का आरोप लगा था। वहीं यूपी में ऐसे मामले आए दिन सामने आते रहते हैं। यूपी के ही जालौन से विधायक और योगी सरकार में मंत्री जय कुमार सिंह जैकी ने सरकारी पदाधिकारी को फटकार लगाई थी। उन्होंने जालौन के उदोटपुरा जगिर में प्रखंड विकास अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी को इसलिए डांटा था क्योंकि वो ग्राम स्वराज अभियान के एक हिस्से के रूप में आयोजित "चौपाल" के लिए बुकलेट तैयार नहीं कर पाए थे।