कमलनाथ बोले- भारत बदनाम है, CM शिवराज ने किया पलटवार- क्या नेहरू-इंदिरा ऐसी कांग्रेस चाहते थे
कमलनाथ बोले- भारत बदनाम है, CM शिवराज ने किया पलटवार- क्या नेहरू-इंदिरा ऐसी कांग्रेस चाहते थे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बयान को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। कमलनाथ भारत को लेकर एक विवादित बयान दिया है। जिसके बाद प्रदेश की सियासत गर्मा गई। सतना जिले के मैहर में मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा मेरा भारत महान नहीं, भारत बदनाम है। सभी देशों ने भारत के लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया हैं। कमलनाथ के इस बयान पर पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है।
#WATCH भारत महान नहीं, भारत बदनाम है। सब देशों ने रोक लगाई है कि भारत के लोग नहीं आ सकते: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ pic.twitter.com/w1Q7yCf1q5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 28, 2021
बता दें कि कमलनाथ आज सतना जिले के मैहर में माँ शारदा के दर्शन करने पहुंचे थे। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंदिर के नीचे से ही दर्शन किए। उसके बाद सर्किट हाउस में पहुंचकर मीडिया से बातचीत में कहा कि भारत महान नहीं, भारत बदनाम है। कमलनाथ ने केंद्र की मोदी सरकार पर आंकड़े छुपाने का भी आरोप भी लगाया है। इस दौरान उन्होंने शिवराज की सरकार पर कई वार किए। कमलनाथ ने कहा कि किसी ने मुझे न्यूयॉर्क से फोन किया कि भारत के जो लोग टैक्सी चला रहे हैं, उनकी टैक्सी में कोई बैठ नहीं रहा है। इस बयान के बाद भाजपा ने कमलनाथ को जबाव दिया।
मेरा भारत महान है और महान ही रहेगा
कमलनाथ के बयान के बाद भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने जवाब देते हुए कहा कि मेरा भारत महान था, मेरा भारत महान हैं और मेरा भारत महान ही रहेगा। लेकिन, चीनी दिमाग से सोचने और इटालियन चश्मे से देखने वालों को यह नजर नहीं आएगा। आप जैसों को तो गोस्वामी तुलसीदास जी कहकर गये हैं कि जाको प्रभु दारुण दुःख देही, ताकि मति पहले हर लेही।"
सोनिया गांधी दें जवाब- शिवराज सिंह
मुख्यमंत्री शिवराज इस मामले पर सोनिया गांधी को जवाब देने के लिए कहा है। सीएम ने कहा कि क्या आप कमलनाथ के बयान से सहमत हो? सत्ता जाने के बाद लगता है कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है। कमलनाथ ने इसी धरती पर जन्म लिया और कह रहे हैं कि भारत बदनाम है। पंडिल जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी क्या वे ऐसी कांग्रेस चाहते थे।