भोपाल: कोलार-शाहपुरा में 9 अप्रैल शाम 6 से 19 अप्रैल सुबह बजे 6 तक टोटल लॉकडाउन, शहर के 40% कोरोना केस यहीं से आ रहे
भोपाल: कोलार-शाहपुरा में 9 अप्रैल शाम 6 से 19 अप्रैल सुबह बजे 6 तक टोटल लॉकडाउन, शहर के 40% कोरोना केस यहीं से आ रहे
डिजिटल डेस्क, भोपाल। राजधानी भोपाल में ढाई लाख की आबादी वाले कोलार व शाहपुरा क्षेत्र को कंटेनमेंट घोषित करते हुए टाेटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। यहां 9 अप्रैल शुक्रवार शाम 6 बजे से अगले सोमवार 19 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक सब कुछ बंद रहेगा। केवल मेडिकल, दूध और सब्जी ठेले वालों को छूट रहेगी। पेट्रोल पंप भी बंद रहेंगे। हालांकि सामान्य प्राइवेट कर्मचारी भी आ जा नहीं सकेंगे न उनकी तनख्वाह काटी जाएगी।
हालांकि इंडस्ट्रीज के मजदूर, कर्मचारियों और सरकारी स्टाफ को आने-जाने की इजाजत रहेगी। लॉकडाउन की वजह यह है कि भोपाल की 10 प्रतिशत आबादी कोलार-शाहपुरा में रहती है और शहर के 40% केस इन्हीं क्षेत्रों से आ रहे हैं। इस संबंध में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने कहा कि जिला प्रशासन कंटेनमेंट जोन की अवधि की समीक्षा कर आगे बढ़ाने का निर्णय लेगा। वर्तमान में यहां 1800 एक्टिव केस हैं। 1 अप्रैल से 7 अप्रैल तक कोलार में 320 नए मामले सामने आए हैं।
दूध के पॉर्लर सुबह 7 से 10 बजे तक खुलेंगे
कोलार, शाहपुरा के सभी लोगों को घर में ही क्वारेंटाइन रहेगा। दूध के पॉर्लर सुबह 7 से 10 बजे तक खुल सकेंगे। नगर निगम द्वारा सब्जी, फल की होम डिलीवरी कराई जाएगी। एसडीएम द्वारा अधिकृत व्यक्ति ही खाना और किराना घर पर पहुंचाएगा। रेडी टू ईट वस्तुओं की होम डिलीवरी हो सकेगी। सप्लायर को आईडी कार्ड रखना अनिवार्य होगा। बैंक और एटीएम खुले रहेंगे। फीवर क्लिनिक के अलावा अस्पताल चालू रहेंगे। सैंपलिंग टीम भी घूमती रहेगी। इंडस्ट्रिज एरिया में कार्यरत मजदूरों, कर्मचारियों और सरकारी कर्मचारियों की आवागमन की छूट रहेगी। सामान्य प्राइवेट जाॅब्स वाले लोग नहीं आ जा सकेंगे।
इसलिए लेना पड़ा फैसला
कलेक्टर ने बताया, भोपाल की 8-9% आबादी उसी इलाके में रहती है। भोपाल में आने वाले कुल संक्रमितों में से 40% कोरोना केस इसी इलाके से आ रहे हैं। जानकारी के अनुसार इन इलाकाें में करीब ढाई लाख आबादी रहती है। भोपाल में 20% से अधिक संक्रमण दर पहुंच चुकी है। इसके चलते यह फैसला लिया जा रहा है।
कोचिंग संस्थान भी बंद
जिला प्रशासन ने कोचिंग संस्थान को 15 दिनों के लिए बंद करने के आदेश दिए हैं। इसके बाद स्थिति की समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।