समृद्धि महामार्ग से भंडारा के विकास को मिलेगी गति
भंडारा समृद्धि महामार्ग से भंडारा के विकास को मिलेगी गति
डिजिटल डेस्क,| भंडारा/गोंदिया । मुंबई से नागपुर तक बनाए जा रहे समृद्धि महामार्ग को भंडारा व गोंदिया जिले तक ले जाने के लिए शुक्रवार, 11 मार्च को बजट सत्र में मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए हैं। पिछड़े समझे जाने वाले भंडारा व गोंदिया जिले समृद्धि महामार्ग से जुड़ते हैं तो क्षेत्र का विकास तेज रफ्तार से हाेगा। उधर धान का कटोरा कहलाए जानेवाले गोंदिया जिले के उमदा किस्म के चावल का मुंबई निर्यात होने की उम्मीद भी जागी है। जब से मुंबई से नागपुर समृद्धि महामार्ग बनाने का निर्णय लिया है। तभी से इसे भंडारा होते हुए गोंदिया जिले तक लाने की मांग हो रही है। इसे लेकर पूर्व विधायक चरण वाघमारे ने शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भेंट लेकर समृद्धि महामार्ग बनाने पर दोनों जिलों में क्या बदलाव हो सकते हैं इसकी जानकारी देकर महामार्ग के विस्तारीकरण की मांग की थी।
जिले की अर्थव्यवस्था धान, सब्जी की खेती, दुग्ध व्यवसाय तथा यहां मिलने वाले खनिज यानि मैग्नीज पर निर्भर है। जिले को वरदान के रूप में वनसंपदा व वन्यजीवों की देन प्राप्त है। फिर भी पूर्व विदर्भ के भंडारा व गोंदिया दोनों जिले मुंबई से अलग थलग पड़े हैं। जिले में कृषि, वन पर्यटन को लेकर अपार संभावनाएं है। पर दोनों जिले बड़े महामार्ग, तेज परिवहन के अभाव में अलग पड़ जाते हैं। जब मुंबई से लेकर नागपुर तक समृद्धि महामार्ग बनाने का कार्य शुरू हुआ तो जिले के कई जनप्रतिनिधियों व संगठनों ने मिलकर मुख्यमंत्री से इस महामार्ग को भंडारा होते हुए गोंदिया को जोड़ने की मांग की। अंत: शुक्रवार को बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने उपरोक्त महामार्ग को गोंदिया - भंडारा तक विस्तार करने का प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए।