सुगम्य भारत अभियान के क्रियान्वयन के लिए महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार

सम्मान सुगम्य भारत अभियान के क्रियान्वयन के लिए महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-03 14:13 GMT
सुगम्य भारत अभियान के क्रियान्वयन के लिए महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शनिवार को महाराष्ट्र में सुगम्य भारत अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राज्य की सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं सहित दिव्यांगों के सशक्तिकरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को वर्ष 2021 और 2022 के राष्ट्रीय दिव्यांग पुरस्कार से सम्मानित किया। इनमें अकोला जिला परिषद, पुणे विकलांग कल्याण आयुक्तालय, औरंगाबाद की महात्मा गांधी सेवा संघ और दिव्यांगों में नागपुर के जयसिंह चव्हाण, ठाणे के अशोक भोईर, पुणे की विमल गव्हाणे और डॉ शुभम धुत शामिल है।

विश्व विकलांग दिवस के अवसर पर यहां विज्ञान भवन में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय की ओर से आयोजित समारोह में वर्ष 2021 के लिए कुल 25 और वर्ष 2022 के लिए कुल 29 पुरस्कार दिए गए। सुगम्य भारत अभियान के क्रियान्वयन में महाराष्ट्र को सर्वश्रेष्ठ राज्य का पुरस्कार मिला है, जिसे दिव्यांग कल्याण आयुक्तालय (पुणे) के उपायुक्त संजय कदम ने स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत नागपुर, नाशिक, पुणे और मुंबई की 137 इमारतों को सुगम्य किया गया है। इसके लिए केंद्र सरकार से अब तक 2197.38 लाख रुपये की राशि प्राप्त हुई। इसके अलावा अभियान के तहत सार्वजनिक परिवहन की 29 प्रतिशत बसों के साथ 24 वेबसाइट्स को भी सुगम्य बनाया गया है।

कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के अधिकार कानून, यूडीआईडी और दिव्यांग सशक्तिकरण योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करने वाले जिले की श्रेणी में अकोला जिला परिषद को वर्ष 2021 के लिए पुरस्कार दिया गया। जिला परिषद के सीईओ सौरभ कटियार ने यह पुरस्कार स्वीकार किया। इसके अलावा 87 प्रतिशत विकलांग नागपुर के उद्यमी जयसिंग चव्हाण, शॉट पुट (गोला फेंक) में अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडी अशोक भोईर, पुणे जिले के हवेली पेरणे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ्य कर्मी विमल गव्हाणे, पुणे के तिलक आयुर्वेद महाविद्यालय में कार्यरत डॉ शुभम धूत को सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग व्यक्ति श्रेणी में तथा पुणे के रहने वाले और वर्तमान में राजस्थान स्थित सीएसआईआर में मुख्य वैज्ञानिक के रूप में कार्यरत डॉ भाऊसाहेब बोत्रे को अनुसंधान क्षेत्र के दिव्यांग सशक्तिकरण पुरस्कार से सम्मानित किया गया। है। 

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