दो नपं में आविंस का दबदबा, दो पर कांग्रेस-सेना ने लिया राकांपा का सहारा
नगर पंचायत चुनाव दो नपं में आविंस का दबदबा, दो पर कांग्रेस-सेना ने लिया राकांपा का सहारा
डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली। जिले की शेष 4 नगर पंचायतों के नगराध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया हुई। इन चुनावों में सिरोंचा नगर पंचायत पर आदिवासी विद्यार्थी संघ ने अपनी बहुमत की सत्ता स्थापित की। यहां पर नगराध्यक्ष व उपाध्यक्ष पद पर आविसं के ही पार्षद निर्वाचित हुए। वहीं भामरागढ़ नगर पंचायत में भाजपा ने आविसं के साथ गठबंधन करते हुए नगराध्यक्ष पद पर पचरम लहाराया। यहां पर उपाध्यक्ष पद पर आविसं को समाधान मानना पड़ा। कोरची में कांग्रेस ने राकांपा और मुलचेरा में शिवसेना ने राकांपा के साथ गठबंधन कर सत्ता प्राप्त की। इन चारों स्थानों पर हुए चुनाव के दौरान पुलिस का कड़ा बंदोबस्त तैनात किया गया था, जिससे किसी भी स्थान पर कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आयी। जीत दर्ज कराने के बाद विजयी पार्टियों के प्रत्याशियों ने आतिषबाजी और गुलाल का रंग उड़ाकर जश्न मनाया।
भामरागढ़ में आविसं के सहारे पार हुई भाजपा की नैया
भामरागढ़. आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले में भाजपा के एक सांसद के साथ 2 विधायक कार्यरत है। बावजूद इसके हाल ही में 9 नगर पंचायतों के चुनाव में भाजपा को अपेक्षित सफलता नहीं मिली। एकमात्र भामरागढ़ नपं में आविसं के साथ गठबंधन कर भाजपा यहां अपना कमल खिला पाया। नगराध्यक्ष पद के चुनाव में भाजपा की रामबाई महाका निर्वाचित हुई तो उपाध्यक्ष पद पर आविसं के विष्णु मडावी ने जीत दर्ज की।
कोरची में कांग्रेस-राकांपा का परचम
कोरची. नगर पंचायत में सत्ता की चाबी पाने के लिए आखिरकार कांग्रेस को राकांपा के साथ गठजोड़ के सूत्र को अपनाना ही पड़ा। 17 सदस्यीय इस नगर पंचायत में कांग्रेस के 8, भाजपा 6, राकांपा 1 और 2 निर्दलीय सदस्य निर्वाचित हुए हंै। भाजपा ने सत्ता प्राप्ति के लिए कई तरह के पैंतरे अपनाएं, मात्र सत्ता के सूत्र अपने पास लाने के लिए कांग्रेस ने राकांपा के 1 और राकांपा समर्थित एक निर्दलीय सदस्य के साथ गठजोड़ किया, जिसके कारण इस नपं पर कांग्रेस की सत्ता बन पायी। नगराध्यक्ष पद पर कांग्रेस की हर्षलता भैसारे निर्वाचित हुई तो उपाध्यक्ष पद पर हीरा राऊत विजयी हुए। चुनाव होते ही कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया।
मुलचेरा में नगराध्यक्ष की औपचारिक घोषणा, राकांपा का बना उपाध्यक्ष
मुलचेरा. इस नगर पंचायत में राकांपा के 6 सदस्यों के साथ शिवसेना के 4, भाजपा 1 और 6 निर्दलीय सदस्य निर्वाचि हुए थे। सत्ता प्राप्ति के लिए शिवसेना ने राकांपा के साथ गठबंधन करने का फैसला लिया। नगराध्यक्ष पद के नामांकन के दौरान शिवसेना के विकास नैताम का एकमात्र आवेदन होने से वे पहले ही इस पद पर निर्वाचित हो गए थे। मंगलवार को केवल औपचारिक घोषणा कर उन्हें नगराध्यक्ष बनाया गया। वहीं गठबंधन के सूत्र के अनुसार राकांपा को उपाध्यक्ष पद बहाल किया गया। इस पद पर राकांपा के मधुकर वेलादी विजयी हुए। मुलचेरा नगर पंचायत में शिवसेना की सत्ता लाने के लिए शिवसेना के जिला संगठन प्रमुख किरण पांडव ने एड़ी-चोटी का जोर लगाया था।
सिरोंचा में आविसं की धमाकेदार एंट्री
सिरोंचा| जिले के उत्तरी छोर पर बसी तहसीलों में अब तक भाजपा और राकांपा का वर्चस्व रहा है। इस नगर पंचायत के चुनाव में आदिवासी विद्यार्थी संघ ने सिरोंचा नपं में सर्वाधिक 10 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए भाजपा का पत्ता साफ कर दिया। मंगलवार को हुए चुनाव में नगराध्यक्ष पद पर आविसं की शेख फरजाना निर्वाचित हुई। वहीं उपाध्यक्ष पद पर आविसं के ही शेख बबलू पाशा विजयी हुए। इस नपं में आविसं की सर्वाधिक सीटों को जीताने के पीछे आविसं के नेता पूर्व विधायक दीपक आत्राम,
जिप के अध्यक्ष अजय कंकडालवार, आविसं सलाहकार रवि सल्लमवार और नवनिर्वाचित पार्षद बबलू पाशा ने कड़ी मेहनत की थी। चुनाव होते ही आविसं के सभी वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में सिरोंचा नगर में विजयी रैली निकाली गयी। जहां आतिषबाजी कर जीत का जश्न मनाया गया। चुनाव संपन्न करवाने के लिए उपविभागीय अधिकारी, तहसीलदार समेत राजस्व विभाग के कर्मचारियों ने परिश्रम किया। इस दौरान पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त भी रखा गया था।