ग्राम पंचायतों का ऑडिट अब कम्प्यूटर सिस्टम से
नागपुर ग्राम पंचायतों का ऑडिट अब कम्प्यूटर सिस्टम से
डिजिटल डेस्क, नागपुर। ग्राम पंचायतों का लेखा परीक्षण दोषमुक्त व गतिमान करने के लिए नागपुर विभाग में संगणक प्रणाली कार्यान्वित की गई है। राज्य की स्थानीय निधि लेखा परीक्षण के संचालक माधव नागरगोजे के हाथों इस प्रणाली का उद्घाटन किया गया। इस उपक्रम का सख्त क्रियान्वयन हो और राज्य के लिए यह प्रकल्प पारदर्शी बने, यह भावना नागरगोजे ने व्यक्त की।
‘आवक-जावक प्रणाली’ और लेखा परीक्षण संबंधित नियमों की जानकारी दी
लेखाकोष भवन में ‘गेन’ (ग्राम पंचायत ऑडिट इंफॉर्मेशन नेटवर्क सिस्टम), डिजिटल रिकॉर्ड मेंटेन करने वाली ‘आवक-जावक प्रणाली’ और लेखा परीक्षण संबंधित नियमों की जानकारी देने वाली ‘ई-लाइब्रेरी’ संगठन प्रणाली का उद्घाटन नागरगोजे के हाथों किया गया। इस अवसर पर वे बोल रहे थे। स्थानीय निधि के सहसंचालक मोना ठाकुर, लेखा व कोषागार सहसंचालक सुवर्णा पांडे और नागपुर विभाग के सभी स्थानीय निधि सहायक संचालक उपस्थित थे।
पारदर्शिता होगी : माधव नागरगोजे ने कहा कि शासन के ई-गवर्नंस नीति का क्रियान्वयन करने और शासकीय कामकाज में अधिक पारदर्शकता दर्शाने वाला यह नया उपक्रम अभिनंदनीय है। अन्य विभागों में कार्यरत सभी अधिकारियों के लिए यह उपयुक्त रहेगा। इस अवसर पर सहसंचालक सुवर्णा पांडे सहित जिप, मनपा, नासुप्र सहित विविध विभाग में कार्यरत मुख्य लेखा अधिकारी मनोज गोस्वामी, मनीषा शेंडे, कपिल पवार, दीपक काटे, मिलिंद खडसे ने भी संगणक प्रणाली संबंध में अपने विचार रखे।
80 प्रतिशत निधि मिली : सहसंचालक मोना ठाकुर ने प्रस्तावना में इस संगणक प्रणाली द्वारा लेखा परीक्षण के विविध 14 रिपोर्ट, डेटा विश्लेषण, लेखा परीक्षण दौरे सहित संबंधित विविध विषयों की जानकारी तत्काल उपलब्ध होने की जानकारी दी। 15वें वित्त आयोग की 80 प्रतिशत निधि ग्राम पंचायतों को मिलने से उनका लेखा परीक्षण जल्द गति से करने के लिए इस प्रणाली का उपयोग होगा। संचालन अश्विनी कुलकर्णी ने किया। आभार समीर देशमुख ने माना।