एटीएम का क्लोन बनाने वाले दो कम्प्यूटर एक्सपर्ट को गिरफ्तार करने पुलिस यूपी रवाना
एटीएम का क्लोन बनाने वाले दो कम्प्यूटर एक्सपर्ट को गिरफ्तार करने पुलिस यूपी रवाना
डिजिटल डेस्क,जबलपुर। एटीएम का क्लोन बनाकर लोगों के खाते से ऑनलाइन रकम उड़ाने वाली गैंग के सदस्यों ने प्रतापगढ़ के दो और कम्प्यूटर विशेषज्ञों के नाम लिए हैं। जिन लोगों के नाम सामने आए हैं उनकी तलाश में एक टीम प्रतापगढ़ के लिए रवाना भी कर दी गई है, इसके अलावा आरोपियों का नेटवर्क कानपुर और लखनऊ में भी फैला हुआ है, जिसके संबंध में जानकारियां जुटाई जा रहीं हैं। पकड़े गए आरोपियों ने जबलपुर के अलावा प्रदेश के कई शहरों में भी वारदातों को अंजाम दिया है, जिसके संबंध में इंदौर, भोपाल, ग्वालियर समेत कई जिलों के पुलिस अफसरों ने जबलपुर एसपी समेत अन्य अफसरों से अपडेट लिया है। उल्लेखनीय है कि गुरुवार को क्राइम बांच और ओमती पुलिस ने मिलकर प्रतापगढ़ यूपी के तीन युवकों को गिरफ्तार किया था। पकड़े गए आरोपियों ने अधारताल, ओमती और अन्य इलाकों में रहने वाले कई लोगों के एटीएम के क्लोन बनाकर लाखों रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए थे। पकड़े गए तीनों आरोपी कम्प्यूटर तकनीक के जानकार थे, जिन्होंने जबलपुर समेत देश भर में कई वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की थी।
वसूली का आरोप, सिपाही को जनता ने घेरा
गढ़ा थाना क्षेत्र के शक्ति नगर गुप्ता होटल के पास शुक्रवार की दोपहर गढ़ा थाने के दो सिपाहियों ने दो युवकों को रोककर पूछताछ करने के बाद थाने चलने के लिए कहा, लेकिन इसी बीच युवकों के परिजन और काफी संख्या में कॉलोनीवासी एकत्रित हो गए, जिन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मी युवकों से अवैध वसूली की माँग पूरी न होने पर उन्हें जबरन थाने ले जाने की बात कर रहे हैं। वहीं पुलिस कर्मियों का कहना था कि वे लोग पेट्रोलिंग करते हुए गुजर रहे थे, इसी दौरान युवकों की बाइक में नंबर न होने के कारण उनने पूछताछ करने के बाद दोनों को थाने चलने के लिए कहा था, लेकिन मनीष और येशु नाम के युवकों और उनके परिजनों का आरोप था कि लखन नाम का सिपाही कई दिनों से उन लोगों पर गलत काम करने का झूठा आरोप लगाकर 10 लाख रुपए की डिमांड कर रहा है। गहमा-गहमी के बीच सिपाही ने जनता से घिरने के बाद थाने में सूचना दी, जिस पर टीआई गढ़ा शफीक खान मौके पर पहुँचे और फिर कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। इस घटना का कुछ लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया है। एएसपी संजीव उइके का कहना है कि चैकिंग को लेकर सिपाहियों से विवाद हुआ था, मामले की जाँच कराई जा रही है।