आंगनवाड़ी सेविकाओं ने एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प कार्यालय पर निकाला मोर्चा
मांग आंगनवाड़ी सेविकाओं ने एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प कार्यालय पर निकाला मोर्चा
डिजिटल डेस्क, चिमूर(चंद्रपुर)। आंगनवाड़ी महिलाओं के मानधन में वृद्धि, नई मोबाइल रिचार्ज राशि, पेंशन की राशि एकमुश्त, मेडिकल अवकाश मंजूर करने के साथ अन्य मांगों के लिए मंगलवार, 20 सितंबर को शहर के हुतात्मा स्मारक से आंगनवाड़ी सेविकाओं ने चिमूर पंचायत समिति एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प कार्यालय तक मोर्चा निकालकर दस्तक दी। इस मोर्चे का नेतृत्व महाराष्ट्र आंगनवाड़ी कर्मचारी सभा के कार्याध्यक्ष इमरान कुरेशी ने किया।
कोरोना काल में अपनी जान की परवाह किए बिना ही लगातार सेवा देकर सरकार के हर कार्य में शामिल होने वाली आंगनवाड़ी महिलाओं को महंगाई झेलनी पड़ रही है। लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए केंद्र और राज्य सरकार के विरोध में विभिन्न मांगों को लेकर मोर्चा ने एकात्मीक बाल विकास प्रकल्प कार्यालय पर दस्तक दी। जिसके बाद मोर्चा का रूपांतर सभा में हुआ। इस समय आंगनवाड़ी कर्मचारी सभा के कार्याध्यक्ष इमरान कुरेशी, माधुरी रमेश विर, इंदिरा आत्राम, प्रभा विश्वनाथ चामटकर, सीतारा शेख, लता राजु देवगडे, ललीता सोनुले, सिंधु मद्दावार, विद्या वारजुकर, दामिनी दोनाडकर, कमल बारसागडे, शोभा मेश्राम, अन्नपुर्णा हिरादेवे, सुनिता कुंभारे ने आंगनवाड़ी सेविकाओं के बारे में विचार व्यक्त किये।
एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प के विस्तार अधिकारी रजनी कुंभारे ने निवेदन स्वीकार किया। इसके बाद आंगनवाड़ी सेविकाओं के प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार प्राजक्ता बुरांडे को निवेदन सौंपा। निवेदन की कॉपी चिमूर एकात्मिक बाल विकास प्रकल्प के माध्यम से महाराष्ट्र राज्य महिला व बालविकास आयुक्त मुंबई व तहसीलदार के माध्यम से राज्य के मुख्यमंत्री को भेजी गई। इस मोर्चा में सात तहसील के आंगनवाड़ी सेविकाओं, कर्मचारियों ने भाग लिया।