यूपी: सीएए विरोध प्रदर्शन में 22 की मौत, 300 से ज्यादा जेल में बंद
यूपी: सीएए विरोध प्रदर्शन में 22 की मौत, 300 से ज्यादा जेल में बंद
डिजिटल डेस्क, लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी है। उत्तरप्रदेश में सीएए के विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा में 22 लोगों की मौत हो गई है। वहीं हिंसा फैलाने के आरोप में 880 लोगों गिरफ्तार किया था, जिसमें 300 से ज्यादा जेल में बंद है। यूपी सरकार के अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल इलाहाबाद हाईकोर्ट में हलफनमा दाखिल कर यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि हिंसा के दौरान पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।
मनीष गोयल ने कहा कि घायलों को इलाज कराने के लिए 24 घंटे एंबुलेंस उपलब्ध कराई गई। घायलों को उपचार की पूरी सुविधा और पुलिस व वरिष्ठ अधिकारियों ने अस्पतालों में जाकर उनसे मुलाकात भी की। हिंसा के मामले में पुलिस के खिलाफ आठ शिकायतें दर्ज हुई है। जिनकी जांच की जा रही है। गोयल ने मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफआईआर की कॉपी भी कोर्ट में दाखिल की। अदालत ने याचिकार्ताओं को 16 मार्च तक अपना जवाब दाखिल करने का समय दिया है।
सीएए विरोध प्रदर्शन को एक माह पूरा
सीएए के खिलाफ लखनऊ के घंटाघर में चल रहे विरोध प्रदर्शन को सोमवार को एक माह पूरा हो गया। महिला प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जब तक सरकार कानून को वापस नहीं लेती सीएए के खिलाफ उनका विरोध-प्रदर्शन जारी रहेगा। प्रदर्शनकारी अस्मत बानो ने कहा कि हमें हटाने के लिए सरकार ने सभी तरीके अपना लिए हैं। उन्होंने हमारे कंबल चुला लिए और टेंट लगाने की परमिश्न भी नहीं दी। उन्होंने कहा कि हम पूरी कोशिश करेंगे कि सरकार झुके और सीएए को वापस ले।