बाढ़ की स्थिति से निपटने सभी विभाग एक्शन मोड पर कार्य करें
जिलाधिकारी के निर्देश बाढ़ की स्थिति से निपटने सभी विभाग एक्शन मोड पर कार्य करें
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। नदियों के जिले के रूप में गड़चिरोली परिचित है। यहां 20 से अधिक बड़ी नदियों समेत दर्जनों की संख्या में नाले हैं। हर वर्ष बारिश के दिनों में यहां बाढ़ की स्थिति निर्माण होती है। इस वर्ष बाढ़ से किसी भी प्रकार की जीवित हानि न हो इसके लिए सभी विभागों के अधिकारी एक्शन मोड पर कार्य करें। उक्ताशय के निर्देश जिलाधिकारी संजय मीणा ने जिलाधिकारी कार्यालय में आयोजित मानूसन पूर्व समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। जिलाधिकारी मीणा ने इस समय बताया कि, जिले में बाढ़ पीड़ित गांवों की संख्या कुल 212 है।
वहीं दो माह से अधिक बाढ़ के कारण संपर्क से कटने वाले गांवों की संख्या 112 है। इन सभी गांवों में आवश्यक सामग्री बारिश के पूर्व पहुंचाने का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। इस समय जिलाधिकारी मीणा ने जिले के सभी तहसीलदारों से वीडिओ कान्सफरसिंग के माध्यम से नियोजन कार्यों का जायजा लिया। नवसंजीवनी योजना के तहत बाढ़ग्रस्त सभी गांवों में पहले ही खाद्यान्न की आपूर्ति की जा चुकी है। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से आवश्यक दवाइयां भी अस्पतालों मंे पहुंचायी गयीं हैं। जिस गांव में अब भी खाद्यान्न की आपूर्ति नहीं हो पायी है, ऐसे गांवों में आगामी चार दिनों के भीतर खाद्यान्न उपलब्ध करवाने के आदेश जिलाधिकारी ने दिये। गर्भवती माताओं और बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए भामरागढ़, एटापल्ली व अहेरी तहसील मुख्यालय में शेल्टर होम तैयार करने के निर्देश भी उन्होंने दिये। बारिश का मौसम आरंभ होते ही पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सिंचाई विभाग, तहसील कार्यालय, उपविभागीय अधिकारी कार्यालय समेत जिलाधिकारी कार्यालय में अपातकालीन कक्ष की स्थापना की जाएगी। जिला और तहसीलस्तर पर आपदा प्रबंधन दल की स्थापना की जाएगी।
बाढ़ की स्थिति से निपटने सभी विभागों के प्रमुखों को अलर्ट रहने की सूचना भी उन्होंने इस समय दी। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद, सहायक जिलाधिकारी अंकित, सहायक जिलाधिकारी शुभम गुप्ता, अतिरिक्त जिलाधिकारी धनाजी पाटील, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक समीर शेख, िनवासी उपजिलाधिकारी समाधान शेंगडे समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।