अलर्ट: इस बार घर पर ही देना पड़ेगा सूर्य देवता को अर्घ्य

वनराज की दहशत अलर्ट: इस बार घर पर ही देना पड़ेगा सूर्य देवता को अर्घ्य

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-29 08:56 GMT
अलर्ट: इस बार घर पर ही देना पड़ेगा सूर्य देवता को अर्घ्य

डिजिटल डेस्क, भद्रावती (चंद्रपुर)। चार दिन पूर्व माजरी के एक युवक को बाघ ने घसीटते हुए ले जाकर मौत के घाट उतार देने की घटना के बाद नागरिकों में भय का माहौल बना हुआ है। पिछले चार दिनों से वनविभाग व पुलिस प्रशासन द्वारा बाघ को जेरबंद करने का प्रयास शुरू है। ऐसे में पुलिस द्वारा गांव में सभाएं लेकर लोगों से सतर्कता बरतने का आह्वान किया जा रहा है, तो वनविभाग द्वारा बाघ को पकड़ने कैमरे तथा पिंजरा लगाया गया है, लेकिन अब तक बाघ को पकड़ने में सफलता नहीं मिली है।  जबकि कुछ लोगांे को बाघ दिखने की जानकारी मिल रही है। बाघ द्वारा युवक के शिकार की घटना के बाद से अब माजरी में बाघ की दहशत कायम होकर लोगों में भय व्याप्त है। ऐसे में शिरना नदी दफाई नंबर दो और न्यू हाउसिंग कॉलोनी स्थित के शिरना घाट में उत्तर भारतीय छठवर्ती की पूजा नहीं हो रही है। बाघ की दहशत को देखते हुए यहां घाटों पर नागरिकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। यह जानकारी पुलिस और वन विभाग के अधिकारियों ने दी है। इसके अलावा भद्रावती मुख्य मार्ग स्थित सिरना नदी के साथ-साथ वर्धा नदी के घाटों पर कोंढा घाट, कुचना, चारगांव, पाटाला के नदी तट की सफाई की गई है।  भगवान सूर्य और छठी माता को समर्पित महापर्व छठ हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। इसमें संतान के स्वास्थ्य, सफलता और दीर्घायु के लिए पूरे 36 घंटे का निर्जला उपवास किया जाता है। आस्था के महापर्व छठ पूजा का प्रारंभ 28 अक्टूबर से हुआ। चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से हुई। शनिवार को खरना होगा। रविवार, 30 अक्टूबर को अस्ताचलगामी सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा। सोमवार, 31 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ महापर्व का समापन होगा। चार दिवसीय महोत्सव माजरी शिरना नदी और वर्धा नदी में हजारों की संख्या में श्रद्धालु नदी घाट पर पहंुचते हैं।

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