गड़चिरोली के गांवों में अलर्ट : लम्पी की एन्ट्री से दहशत
पशुवैद्यकीय अधिकारियों की टीम पहुंची गड़चिरोली के गांवों में अलर्ट : लम्पी की एन्ट्री से दहशत
डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। राज्य के विभिन्न जिलों में बड़ी ही तीव्र गति से फैलने वाली लम्पी बीमारी ने अब गड़चिरोली जिले में भी प्रवेश किया है। जिला मुख्यालय से 13 किमी दूर ग्राम शिवणी के मवेशियों में लम्पी के लक्षण पाये गये हैं, जिससे पशु मालिकों में भयपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। पशुवैद्यकीय अधिकारियों की टीम ने शिवणी पहुंचकर मवेशियों के नमूने टेस्ट के लिए लिये हैं। स्वास्थ्य विभाग ने समूचे शिवणी गांव को लम्पी प्रभावित क्षेत्र के रूप में घोषित कर दिया है। वहीं इस गांव के 5 किमी दायरे में स्थित कुल 8 गांवों को सतर्कता क्षेत्र में रूप में घोषित किया गया है। विभाग ने किसानों से अपने मवेशियों को टीका लगाने का आह्वान भी किया है।
बता दें कि, राज्य के जलगांव, अहमदनगर, अकोला, पुणे, धुले, लातुर, औरंगाबाद समेत अन्य जिलों में लम्पी बीमारी ने हजारों मवेशियों को अपनी चपेट में लिया है। कोरोना की तरह ही काफी तीव्र गति से लम्पी बीमारी फैलने से किसान परेशान हैंै। मवेशियों को हाेनेवाली बीमारी अब गड़चिरोली में भी फैल गयी है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शिवणी गांव पहुंचकर मवेशियों की जांच करने पर गांव के मवेशियों में लम्पी के लक्षण पाये गये। अधिकारियों ने मवेशियों के नमूने लेकर इसे प्रयोगशाला भेज दिया है। इस बीच शिवणी गांव को लम्पी प्रभावित गांव के रूप में घोषित कर क्षेत्र के कनेरी, पुलखल, मुड़झा (बु), मुड़झा (तु), वाकड़ी, डोंगरगांव (बु), डोंगरगांव (तु), हीरापुरचक और कृपाला गांव को सतर्कता क्षेत्र के रूप में घोषित कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, उक्त सभी गांवों में अब तक 4 हजार 310 मवेशियों को टीके लगाए गये लेकिन अब भी अनेक मवेशियों का टीकाकरण नहीं हुआ है। किसानों से युद्धस्तर पर अपने मवेशियों को टीका लगाने की अपील जिला पशुसंवर्धन उपायुक्त डा. विलास गाडगे ने की है।