आक्रामक जंगली हाथियों ने बैल को रौंदा, उजाड़ीं फसलें
गड़चिरोली आक्रामक जंगली हाथियों ने बैल को रौंदा, उजाड़ीं फसलें
डिजिटल डेस्क, कोरची (गड़चिरोली) । जंगली हाथियों ने अब अपनी आक्रमता दिखानी शुरू कर दी हैै। धान की फसलों को तहस-नहस करने के साथ-साथ मकानों को ध्वस्त करने के बाद हाथियों ने अब जानलेवा हमला करना शुरू कर दिया है। दो दिन पूर्व तलवारगढ़ गांव में एक वृद्ध किसान को कुचलने के बाद शनिवार की रात जंगली हाथियों ने गांगीन गांव परिसर में प्रवेश करते हुए किसान हीरालाल चमरू नैताम के बैल को अपने पैरों तले रौंद डाला। हाथियों ने बैल को एक कीचड़ के गड्ढे में दफन कर दिया। इस घटना से गांगीन समेत प्रतापगढ़ और तलवारगढ़ क्षेत्र के नागरिकों में भयपूर्ण माहौल निर्माण हो गया है। इसके बाद हाथियों ने क्षेत्र की फसलों को भी तबाह कर दिया। रविवार की रात हाथियों ने किसी तरह के नुकसान की घटना को अंजाम नहीं देने की जानकारी मिली है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो दिन पूर्व जंगली हाथियों के झुंड ने तलवारगढ़ गांव में प्रवेश किया था। गांव के 9 में से 7 घरों को ध्वस्त करने के बाद हाथियों ने इसी गांव निवासी वृद्ध किसान धनसिंह टेकाम (80) को अपने पैरों तले कुचल दिया था। इस बीच हाथियों ने शनिवार की रात गांगीन गांव परिसर में प्रवेश किया। रात के दौरान खुले में घूम रहे एक बैल को हाथियों ने अपना निशाना बनाया। हाथियों ने बैल को इस तरह कुचला कि, बैल एक कीचड़ के गड्ढे में पूरी तरह दफन हो गया। घटना में किसान हीरालाल नैताम काे 25 हजार रुपए का नुकसान होने की जानकारी है। घटना को अंजाम देने के बाद हाथियों ने परिसर की धान की फसल को भी क्षति पहुंचाने की जानकारी मिली है। लगातार बढ़ रही घटनाओं के कारण परिसर के नागरिकों का जीना मुहाल हो गया हैै। हाथियों का तत्काल बंदोबस्त करने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। सोमवार की दोपहर जंगली हाथियों का लोकेशन पुराड़ा वन परिक्षेत्र के तहत आने वाले लवारी गांव के कक्ष क्रमांक 233 में देखा गया है। इस वनक्षेत्र से लेकुरबोड़ी और मसेली गांव सटकर होने के कारण इस परिसर में जंगली हाथियों के प्रवेश करने की आशंका व्यक्त की जा रही है।