धान खरीदी दो दिन बाद, धर्मकांटा का पता ना रुट का हुआ निर्धारण

शहडोल धान खरीदी दो दिन बाद, धर्मकांटा का पता ना रुट का हुआ निर्धारण

Bhaskar Hindi
Update: 2022-11-26 04:24 GMT
धान खरीदी दो दिन बाद, धर्मकांटा का पता ना रुट का हुआ निर्धारण

डिजिटल डेस्क शहडोल किसानों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की अधूरी तैयारी से इस साल भी मुश्किलें बढ़ सकती है। जिले में 28 नवंबर से धान की खरीदी प्रारंभ होगी। इस बीच सरकारी तैयारी का आलम यह है कि समिति से लोड ट्रकों की तुलाई के लिए ना तो धर्मकांटा तय हुए हैं और ना ही रुट का निर्धारण किया गया है। यह स्थिति तब है जब पिछले साल खरीदी में समितियों से धान लेकर जाने वाले ट्रकों के तौल की उचित व्यवस्था नहीं होने के कारण गोदाम में भंडारण के बाद मात्रा में अंतर आया। 2 करोड़ 20 लाख रुपए का 10 हजार क्विंटल से ज्यादा का अंतर आने के बाद अब समितियों से लेकर परिवहनकर्ता से वसूली की तैयारी चल रही है।

कलेक्टर की समीक्षा बैठक में छाया रहा गुणवत्ता का मुद्दा

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए आयोजित समीक्षा बैठक में गुणवत्ता का मुद्दा छाया रहा। खरीदी केंद्र प्रभारियों ने कहा कि कई बार समिति से धान उठने के बाद गोदाम में भंडारण के दौरान फेल कर दिया जाता है। इससे बेहतर हो कि जांच टीम खरीदी केंद्र में ही धान की गुणवत्ता की जांच कर ले। जिससे खरीदी के बाद गोदाम पहुंचने पर धान की गुणवत्ता फेल नहीं हो और धान लोड ट्रक को वापस करने की नौबत नहीं आए। कलेक्टर वंदना वैद्य ने समीक्षा बैठक में धान खरीदी केंद्र प्रभारियों के साथ ही निगरानी टीम के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए। कहा कि व्यापारी व बिचौलियों से धान खरीदी हुई तो संबंधितों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि खरीदी केंद्र में किसानों के लिए पेयजल, छाया व अन्य इंतजाम किए जाएं। धान लेकर आने वाले किसानों को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़े, इसकी भी व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। 

2 करोड़ की धान गायब मामले में वसूली की प्रक्रिया तेज

मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन (नान) शहडोल के जिला प्रबंधक एसपी गुप्ता ने कहा कि पिछले साल धान खरीदी में 2 करोड़ 20 लाख रुपए की 10 हजार क्विंटल से ज्यादा धान शार्टेज मामले में समिति व परिवहनकर्ता से राशि की वसूली होगी। इसमें समितियों से आधी राशि की वसूली की प्रक्रिया चल रही है। शेष आधी  राशि परिवहनकर्ता से वसूल करने की तैयारी है। उन्होंने बताया कि इस साल खरीदी प्रारंभ होने से धर्मकांटा और रुट चिन्हित करने के लिए नाप तौल विभाग से धर्मकांटा की जानकारी मांगी है।

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